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‘भारत की दिशा-दशा तय करने में विदेशी मीडिया की दखलंदाज़ी बर्दाश्त नहीं’- अनुराग ठाकुर

नई दिल्ली: केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और खेल एवं युवा मामलों के मंत्री अनुराग ठाकुर ने रविवार को विदेशी मीडिया को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने विदेशी मीडिया पर तीखी टिप्पणी की है. साथ ही उन्होंने कहा है कि कोई भी विदेशी मीडिया भारतीय कोर्ट से ऊपर नहीं है ना ही यहां की संवैधानिक […]

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‘भारत की दिशा-दशा तय करने में विदेशी मीडिया की दखलंदाज़ी बर्दाश्त नहीं’- अनुराग ठाकुर
  • April 2, 2023 10:00 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली: केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और खेल एवं युवा मामलों के मंत्री अनुराग ठाकुर ने रविवार को विदेशी मीडिया को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने विदेशी मीडिया पर तीखी टिप्पणी की है. साथ ही उन्होंने कहा है कि कोई भी विदेशी मीडिया भारतीय कोर्ट से ऊपर नहीं है ना ही यहां की संवैधानिक संस्थाओं की कार्यप्रणाली में विदेशी मीडिया की दखलंदाज़ी बर्दाश्त की जाएगी.

‘देश आगे बढ़ रहा है’

आगे केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत आज पीएम मोदी के नेतृत्व बेहद तेजी से आगे बढ़ रहा है. इसी कड़ी में पीएम मोदी दुनिया को 76% ग्लोबल अप्रूवल रेटिंग के साथ सबसे लोकप्रिय नेता के रूप में मान्यता मिली है. कुछ विदेशी ताकतों को भारत के ये बढ़ते कदम रास नहीं आ रहे हैं. ऐजेंडा-प्रोपगंडा के तहत कुछ विदेशी मीडिया भारत को बदनाम करने में शामिल हैं. लेकिन विदेशी मीडिया भारत की दिशा-दशा तय नहीं करेगा.’

केंद्रीय मंत्री आगे कहते हैं, ‘आज भारत में न नॉलेज गैप है, न डिजिटल डिवाइड है, ना टेक्नोलॉजी डिवाइड है. आज भारत के पास वह सब कुछ है जो एक विकसित देश के पास है. सबसे बड़ी बात आज भारत के पास एक राष्ट्रवादी विचारधारा वाली समाज को जोड़ने वाली सरकार है जो भारत को विश्व गुरु बनाने का दम रखती है.’

‘भारत विरोधी सोच के साथ हो रहा काम’

विदेशी मीडिया के दखल पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा, ‘आज भी भारत में कई ऐसे विदेशी मीडिया संस्थान मौजूद हैं जो भारत विरोधी सोच रखते हैं. इन्होंने ऐसा नेक्सस बनाया है कि अपने गलत कामों पर सरकार द्वारा पूछताछ को लेकर भी वह इस तरह चिल्लाते हैं और पूरे विश्व में यह बताते हैं कि भारतीय मीडिया की स्वतंत्रता को खतरा है. ये अपने गलत कामों पर मीडिया बनकर ढकना चाहते हैं. इसी गलत भावना को लेकर ये विदेशी संस्थाएं कुछ मनगढ़ंत रिपोर्ट निकालती हैं जिनका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं होता. किसी विदेशी मीडिया को देश का मीडिया हमारे देश का नैरेटिव सेट करने का मौका ना दे.

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