नई दिल्ली: दिल्ली की साकेत कोर्ट में श्रद्धा मर्डर केस में सुनवाई पूरी हो गई है. सुनवाई के दौरान आफताब के वकील ने बताया कि आफताब को जेल में कुछ दूसरे कैदियों ने पीटा है. उसके साथ जेल में मारपीट की गई है जिसे देखते हुए कोर्ट ने जेल अथॉरिटी को आफताब की सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम करने के आदेश दिए हैं. साकेत कोर्ट इस मामले में 3 अप्रैल को 2 बजे अगली सुनवाई करेगी.
सुनवाई के बाद श्रद्धा के पिता ने कहा कि ‘मेरी बेटी की हत्या को मई में एक साल पूरा हो जाएगा और मैं उसका अंतिम संस्कार नहीं कर पाया हूं. आगे वह कहते हैं कि आरोपी को मौत की सजा मिलने के बाद श्रद्धा का अंतिम संस्कार करूंगा. बता दें, फिलहाल इस मामले को दिल्ली की साकेत कोर्ट ने 25 मार्च के लिए सूचीबद्ध कर दिया है। श्रद्धा के पिता की ओर से केस लड़ रही वकील सीमा खुशवाहा ने कहा कि मामले को पूरा होने में सालों लग जाएंगे. दैनिक आधार पर इस मामले में सुनवाई की सीमा होनी चाहिए.
वकील ने बताया कि श्रद्धा के पिता के साथ चर्चा के बाद वो दिल्ली उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर करेंगी। क्योंकि विजय वालकर इस सुनवाई में भाग लेने के लिए मुंबई से आए थे. फ़िलहाल इस मामले में श्रद्धा का अंतिम संस्कार होना संभव नहीं है. उन्होंने बताया कि मुकदमा ख़त्म होने के बाद ही अंतिम संस्कार किया जा सकता है. क्योंकि इसके बाद ही पुलिस परिवार को अंतिम संस्कार के लिए शरीर के अंग सौंपेगी. आगे उन्होंने सवाल उठाया कि ये सब कब तक ख़त्म होगा?
आगे विजय वालकर की वकील सीमा कुशवाहा ने मीडिया से कहा कि निर्भया केस को अंजाम तक पहुंचने में सात साल का समय लग गया था. लेकिन इस मामले को निर्भया मामले की तरह खत्म होने में साल नहीं लगने चाहिए.
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