लखनऊ: देवरिया में हुए जघन्य हत्याकांड को लेकर यूपी में सियासत गर्म है. विपक्षी पार्टी सपा इस घटना को लेकर लगातार योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमलवार है. इस बीच समाजवादी पार्टी के मुखिया और सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने देवरिया हत्याकांड पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि इस मामले में […]
लखनऊ: देवरिया में हुए जघन्य हत्याकांड को लेकर यूपी में सियासत गर्म है. विपक्षी पार्टी सपा इस घटना को लेकर लगातार योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमलवार है. इस बीच समाजवादी पार्टी के मुखिया और सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने देवरिया हत्याकांड पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि इस मामले में अगर किसी भी पक्ष के साथ अन्याय होता है तो उसे अपराध माना जाएगा.
बता दें कि जमीनी विवाद को लेकर सोमवार को देवरिया जिले के रुद्रपुर कोतवाली क्षेत्र के फतेहपुर गांव के लेहड़ा टोला में 6 लोगों की हत्या कर दी गई. साल 2014 में इसी गांव के अभयपुर टोला निवासी पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद यादव ने लेहड़ा टोला निवासी सत्य प्रकाश दुबे के भाई ज्ञान प्रकाश दुबे उर्फ साधु दुबे से 10 बीघा जमीन अपने नाम करा लिया था. इस केस को लेकर प्रेमचंद यादव और सत्य प्रकाश दुबे के बीच मुकदमा चल रहा था. दोनों के बीच कई बार झगड़ा भी हो चुका था. इसी विवाद में सोमवार को सत्य प्रकाश दुबे के घर पर प्रेमचंद यादव की हत्या हो गई. प्रेमचंद की हत्या के आक्रोश में उनके परिजनों और समर्थकों ने लाठी डंडा और हथियार के साथ जाकर दुबे परिवार पर धावा बोल दिया. भीड़ में सत्य प्रकाश दुबे के घर पर उनकी और उनकी पत्नी के साथ दो बेटियां और एक बेटे की हत्या कर दी.
इस नरसंहार के आरोपियों ने सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा कर के मकान बनाया था. शिकायत मिलने के बाद प्रशासन ने आरोपियों के घरों की पैमाइश कराई है. इसमें प्रेमचंद यादव सहित छह आरोपियों के द्वारा सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा कर घर बनाने की पुष्टि हुई है. राजस्व कर्मियों ने प्रेमचंद के पिता सहित 5 लोगों के मकान पर धारा 67 का नोटिस चस्पा किया. इस नोटिस का जवाब 7 अक्तूबर तक देना होगा. राजस्व विभाग के अनुसार सोमवार या मंगलवार तक आरोपियों के मकान पर बुलडोजर चल जाएगा.
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