नई दिल्ली: जैसे-जैसे तापमान में बढ़ोतरी हो रही है, विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार गर्मी का असर महँगाई पर भी पड़ेगा। जी हाँ, इस बार पर कई इलाकों में गर्मी का असर देखा जा सकता है। मौजूदा समय में लोग गेहूँ और आटे की बढ़ती कीमतों को लेकर चिंतित थे। अब महँगाई का […]
नई दिल्ली: जैसे-जैसे तापमान में बढ़ोतरी हो रही है, विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार गर्मी का असर महँगाई पर भी पड़ेगा। जी हाँ, इस बार पर कई इलाकों में गर्मी का असर देखा जा सकता है। मौजूदा समय में लोग गेहूँ और आटे की बढ़ती कीमतों को लेकर चिंतित थे। अब महँगाई का आलम यह है कि गरीबों की थाली से रोटी तक गायब हो गई है। हालाँकि बेलगाम महँगाई पर रोक लगाने के लिए केंद्र सरकार खुले बाजार में गेहूँ व अनाज बेच रही है।
सरकार के तमाम उपायों के बाद भी भाव में कोई सुधार नहीं हुआ। इसी बीच एक और खबर आई है कि अचानक मौसम में बदलाव और बढ़ते तापमान के कारण महँगाई फिर से बढ़ेगी। जानकारों का कहना है कि अगर तापमान इसी तरह बढ़ता रहा तो जल्द ही सभी खाद्य पदार्थों के दाम आसमान छू सकते हैं। ऐसे में आइए जानते हैं बढ़ती गर्मी का महंगाई पर क्या असर पड़ेगा।
कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि बढ़ती गर्मी और अल-नीनो प्रभाव के कारण हरी सब्जियाँ और महँगी हो जाएँगी। क्योंकि तापमान बढ़ने से सब्जी का उत्पादन अपने आप ही कम हो जाएगा। इससे बाजार में सब्जियाँ कम पहुँचेगी और दाम बढ़ेंगे। जानकारों के मुताबिक अभी 40 रुपये किलो वाली हरी सब्जी 30-40 फीसदी महँगी हो सकती है. ऐसे में आम लोगों का बजट प्रभावित होगा।
बता दें कि गर्मी के मौसम में ईंधन की खपत बढ़ जाती है। खासकर फसलों की सिंचाई में डीजल का इस्तेमाल बढ़ने लगा है। ऐसे में बढ़ती गर्मी से पेट्रोल और डीजल भी और महंगा हो जाएगा, जिसका सीधा असर महँगाई पर पड़ेगा। दरअसल, डीजल के दाम बढ़ने से ट्रांसपोर्ट का खर्चा भी बढ़ जाएगा। इससे फलों और सब्जियों सहित सभी खाद्य पदार्थों की कीमतें बढ़ेंगी।
जानकारी के लिए बता दें, गर्मी बढ़ने के कारण लोग एयर कंडीशनिंग, कूलर लगाएँगे जिससे ऊर्जा उत्पादन पर असर होगा। बिजली की ज्यादा डिमांड से ताप थर्मल पावर प्लांट्स दबाव में आ जाएँगे और लोगों को बिजली कटौती का सामना करना पड़ सकता है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस गर्मी में पिछली बार के मुकाबले 30 फीसदी ज्यादा बिजली की माँग हो सकती है।