नई दिल्ली: यह बात किसी से छिपी नहीं है कि बीते कुछ सालों से देश की महँगाई में बेतहाशा इज़ाफ़ा हुआ है. आलम ऐसा है कि इन आसमान छूती महँगाई से गरीब जनता बुरी तरह से पस्त है. इंसान के रोज़ी-रोटी की तमाम चीज़े जैसे कि गेहूँ, चावल, आटा, हरी सब्जी और प्याज सहित खाने- […]
नई दिल्ली: यह बात किसी से छिपी नहीं है कि बीते कुछ सालों से देश की महँगाई में बेतहाशा इज़ाफ़ा हुआ है. आलम ऐसा है कि इन आसमान छूती महँगाई से गरीब जनता बुरी तरह से पस्त है. इंसान के रोज़ी-रोटी की तमाम चीज़े जैसे कि गेहूँ, चावल, आटा, हरी सब्जी और प्याज सहित खाने- पीने हर चीज़ काफी महँगी हो गई है. इस बढ़ती महँगाई का सीधा असर रसोई पर पड़ा है. दूध-दही व अंडों की कीमत में बढ़त के चलते रसोई से सामान गायब होते जा रहे हैं.
महँगाई की मार से आम जनता ने अपने रोजमर्रा के खर्चे में कटौती करनी भी शुरू कर दी है. कुछ जगहों पर तो आलम ये है कि लोगों ने अपने खाने के साथ भी समझौता करना शुरू कर दिया है. देश में एलपीजी (LPG) से लेकर तमाम खाने-पीने की चीज़ों के दाम महँगे हुए है. इन बढ़ते दामों से आम जनता बेहाल है. इस बेलगाम महँगाई न आम आदमी के बजट को बुरी तरह से झकझोर कर रख दिया है.
आपको बता दें, नए साल में टूथपेस्ट, साबुन वगैरह के दाम बढ़ाए गए हैं. बीते साल इनके दाम करीब 20 फीसदी तक बढ़े थे, लेकिन इस साल की शुरुआत में ही कीमतों में 58 फीसदी का भारी इज़ाफ़ा हुआ है. बताते चलें, यह आलम सिर्फ हमारे देश का ही नहीं हैं. दुनियाभर के तमाम देशों में महँगाई के असर देखने को मिल रहे हैं. आइए आपको नए साल के बाद रोज़मर्रा की चीज़ो में हुए इज़ाफ़े के बारे में बताते हैं:
हिंदुस्तान यूनिलीवर (Hindustan Unilever) ने पियर्स सोप (Pierce Soap), सर्फ एक्सेल (Surf Excel), विम (Vim), व्हील (Wheel), रिन बार (Rin Bar) जैसे प्रॉडक्ट्स की कीमतों में 12.5 फीसदी तक इज़ाफ़ा हुआ हैं. जिससे तमाम खरीदारों की जेब पर 22 रुपये प्रति यूनिट तक का बोझ बढ़ा है.
कोलगेट ने टूथपेस्ट, माउथवॉश और डेंटल हाइजीन के तमाम प्रॉडक्ट्स के रेट 5 से 58 फीसदी तक की बढ़त की है.
वहीं मोंडलेज (Mondelez) ने बिस्किट, बोर्नविटा, चोकोलेयर्स वगैरह के दामों में करीब 10 फीसदी तक की बढ़ोतरी की है. जिससे कि प्रॉडक्ट्स के दाम 3 से 17 रुपये तक की बढ़त हुई है.