पेप्सिको की सीईओ भारतीय मूल की इंद्रा नूयी ने अपना सीईओ पद छोड़ दिया है. उनका कहना है कि अभी उनके अंदर काफी उर्जा बाकी है और वे अब कुछ नया करना चाहती हैं. खबर के अनुसार, 12 वर्ष तक सीईओ पद रहीं इंदिरा नूयी के बाद इस जिम्मेदारी को 54 साल के रेमोन लागुआर्ता संभालेंगे.
नई दिल्ली. अमेरिकी कंपनी पेप्सिको की सीईओ भारतीय मूल की इंद्रा नूयी ने अपना पद छोड़ने की घोषणा कर दी है. इसके पीछे उन्होंने कारण बताया कि वे आज भी ऊर्जा से भरी हैं और कुछ नया करने की तलाश में हैं. हालांकि उन्होंने इस बारे में ज्यादा खुलासा नहीं किया. 12 वर्ष तक सीईओ पद की जिम्मेदारी संभालने के बाद फिलहाल अभी वे अपना सभी समय और ध्यान परिवार और बच्चों पर देंगी. बता दें कि इंद्रा नूयी के बाद पेप्सीको के नए सीईओ 54वर्षीय रेमोन लागुआर्ता होंगे.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बतौर सीईओ इंद्रा नूयी ने अपने सहकर्मियों के नाम आखिरी खत लिखा. सोशल मीडिया पर इस बारे का जिक्र करते हुए इंडिरा नूयी ने लिखा कि आप सभी ने जो खत में मेरे लिए शब्द लिखें, उन्हें भूलना मुश्किल हैं. कुछ पढ़कर तो मेरे आंसू निकल आए. समय कम हैं इसलिए सभी खतों का जवाब नहीं दे पाऊंगी. आगे इंडिरा नूयी ने बताया कि वह अगले साल की शुरूआत तक कपंनी में हैं.
कौन हैं इंद्रा नूयी
तमिलनाडु के चैन्नई में मिडल क्लास परिवार में जन्मी इंद्रा नूयी के दो बेटियां हैं. साल 2006 में इंद्रा नूयी पेप्सिको की सीईओ बनीं. उससे 12 साल पहले तक वे अलग-अलग पदों पर रहीं. गौरतलब है कि इंदिरा नूयी के कार्यकाल में पेप्सिको विश्व की शीर्ष कंपनियों में दाखिल हुई. इंदिरा नूयी भारत समेत पूरे विश्व में अपनी लीडरशिप के लिए जानी जाती हैं. पिछले साल इंद्रा नूयी को फार्च्यून की बिजनेस क्षेत्र में दुनिया की सबसे शक्तिशाली महिला होने की घोषणा की गई.
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