1977 के चुनावों में यूपी, एमपी, बिहार और हरियाणा में कुल मिलाकर कांग्रेस ने एक सीट जीती थी. इंदिरा गांधी परेशान थीं कि अब घर का खर्च कैसे चलेगा क्योंकि वो सांसद भी नहीं थी और संजय भी हार गए थे. इंदिरा के सेक्रेटरी एन के शेषन ने एक इटरव्यू में बताया कि कैसे इंदिरा के पास काफी कम पैसा बचा था
नई दिल्ली: 1977 के चुनावों में यूपी, एमपी, बिहार और हरियाणा में कुल मिलाकर कांग्रेस ने एक सीट जीती थी. इंदिरा गांधी परेशान थीं कि अब घर का खर्च कैसे चलेगा क्योंकि वो सांसद भी नहीं थी और संजय भी हार गए थे. इंदिरा के सेक्रेटरी एन के शेषन ने एक इटरव्यू में बताया कि कैसे इंदिरा के पास काफी कम पैसा बचा था. पीएम आवास भी खाली करना था, एक बार तो इंदिरा ने राजनीति छोड़कर हिमालय में बसने का मन बना लिया था. जम्मू कश्मीर के पूर्व महाराजा कर्ण सिंह ने उन्हें जम्मू में पहाड़ों पर एक कॉटेज भी ऑफर कर दी थी. लेकिन इंदिरा को डर था कि अगर वो राजनीति से गईं तो सभी संजय को निशान बना सकते हैं और उनका अंदेशा सच भी साबित हुआ.
संजय को इंदिरा ने शांत और लो प्रोफाइल रहने को कहा, संजय ने भी कह दिया कि मुझे भी राजनीति में कोई दिलचस्पी नहीं है. इधर होम मिनिस्टर चरण सिंह ने संसद में सनसनीखेज बयान दे दिया कि इंदिरा जेल में सारे विपक्षी नेताओं को शूट करना चाहती थीं, जिसका इंदिरा ने पुरजोर खंडन किया. इधर इंदिरा आवास से सामान धीरे-धीरे हटना शुरू हो गया, कई एसी, सीक्रेट फोन, माली, नौकर, गार्ड सब वापस ले लिए गए तो इंदिरा आनंद भवन से कुछ किचन का सामान, एक एसी, एक फ्रिज आदि लेकर आईं.
काफी लोड सोनिया के ऊपर आ गया था औऱ संजय को लेकर सोनिया और मेनका में दरार बढ़ने लगी, दोनों ने आपस में बात करना बंद कर दिया. इंदिरा को रेंट पर 12 विलिंगडन क्रीसेंट रहने के लिए दे दिया गया. इधर मेनका गांधी के कर्नल पिता की हत्या हो गई, सीबीआई ने इस विषय में भी संजय से पूछताछ की. फिल्म ‘किस्सा कुर्सी का’ के प्रिंट जलाने के केस में संजय को जेल भेज दिया गया.
कौन था वो डकैत जिसकी पुलिस कस्टडी में मौत होने पर संजय गांधी की बेल कैंसल करके फिर से जेल भेज दिया गया? जानने के लिए देखिए हमारा ये वीडियो शो विष्णु शर्मा के साथ.
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