नई दिल्ली: इंदिरा गांधी सरकार में 1972 में पहली बार बीस रुपए का नोट जारी किया गया था. लेकिन उसका रंग और डिजाइन चुनने की कहानी काफी दिलचस्प है. इंदिरा गांधी ने टकसाल और बैंकिंग सेक्टर के कई सीनियर अधिकारियों से डिजाइन और रंग पर आइडिया मांगे थे, सभी अधिकारी तमाम तरह की फाइल्स लेकर वहां पहुंचे. उसी मीटिंग में बैंकिंग सेक्टर में संयुक्त सचिव पीडी कास्बेकर भी मौजूद थे. उन्होंने एक नायलॉन की शर्ट पहन रखी थी, उन दिनों नायलॉन की शर्ट्स का बड़ा क्रेज था. तो ऐसे में सभी उनकी शर्ट को देख रहे थे, लेकिन इंदिरा गांधी लगातार उनकी शर्ट की जेब को देखे जा रही थीं.
ऐसे में उन पर रहा नहीं गया, वो पीएम को ऐसे देखते पाकर काफी असहज हो गए. उन्हें ये भी लगा कि पीएम मैडम कहीं नाराज तो नहीं, उन्होंने पूछ ही डाला, मैडम कोई बात है क्या? तो इंदिरा गांधी ने पूछा, आपकी जेब में क्या रखा है? उनकी जेब से एक लिफाफा बाहर झांक रहा था, दरअसल वो एक शादी का कार्ड था. इंदिरा गांधी ने उसे हाथ में लेकर ढंग से देखा और कहा कि मुंझे बीस के नोट पर ये कलर कॉम्बिनेशन चाहिए.
वो लिफाफा गुलाबी रंग का था, लेकिन उसमें भगवा और लाल रंग भी इस्तेमाल किया गया था. बीस का नोट पहली बार आया तो उसी लिफाफे के रंग का था. बीस के नोट पर महात्मा गांधी की तस्वीर का कब से इस्तेमाल होना शुरू हुआ, जानने के लिए देखिए हमारा ये वीडियो शो विष्णु शर्मा के साथ.
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