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Vijay Diwas: 1971 में भारत की ऐतिहासिक जीत, 93000 पाकिस्तानी जवानों ने किया था सरेंडर

नई दिल्ली। हर साल 16 दिसंबर को देश में भारत विजय दिवस (Vijay Diwas) मनाया जाता है। क्योंकि आज ही के दिन 1971 में पाकिस्तानी सेना ने भारत के सामने घुटने टेक दिए थे। ऐसे में ये तारीख भारत और दुनिया के इतिहास के पन्ने में अमिट छाप छोड़ चुकी है। आज वीर सैनिकों के […]

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Vijay Diwas: 1971 में भारत की ऐतिहासिक जीत, 93000 पाकिस्तानी जवानों ने किया था सरेंडर
  • December 16, 2022 11:21 am Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली। हर साल 16 दिसंबर को देश में भारत विजय दिवस (Vijay Diwas) मनाया जाता है। क्योंकि आज ही के दिन 1971 में पाकिस्तानी सेना ने भारत के सामने घुटने टेक दिए थे। ऐसे में ये तारीख भारत और दुनिया के इतिहास के पन्ने में अमिट छाप छोड़ चुकी है।

आज वीर सैनिकों के सलामी का दिन

आज ही के दिन साल 1971 में पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की सेना ने भारत के सैनिकों के सामने घुटने टेक दिए थे। इसलिए आज का दिन भारत के बहादुर सैनिकों के शौर्य को सलाम करने का दिन है। हर साल 16 दिसंबर को भारत विजय दिवस के रुप में मनाया जाता है।

भारत ने बदला था दुनिया का नक्शा

बता दें कि 1971 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुआ युद्ध इतिहास में सबसे कम दिनों तक चलने वाले युद्धों में से एक है। इस युद्ध में पाकिस्तान के 93000 सैनिकों ने भारतीय सेना के सामने घुटने टेके थे। भारत की इस जीत ने दुनिया का नक्शा ही बदल दिया और नए देश बांग्लादेश का उदय हुआ।

जानिए क्या बने भारत-पाक युद्ध के कारण

1970 के अंत में पाक में आम चुनाव की शुरुआत

साल 1970 के अंत में पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में आम चुनावों की शुरुआता हुई। इस चुनाव का परिणाम पूर्वी पाकिस्तान के अवामी लीग के नेता शेख मुजीबुर्रहमान के पक्ष में रहा, जिसके बाद उन्होंने सरकार बनाने का दावा किया। इससे उलट पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेता जुल्फिकार अली भुट्टो इस फैसले से सहमत नहीं थे। दरअसल पश्चिमी पाकिस्तान पर शासन कर रहे नेताओं को पूर्वी पाक का यहां पर दखल मंजूर नहीं था, जिसके फलस्वरूप पूर्वी और पश्चिमी पाकिस्तान के बीच तनाव शुरु हो गया था।

अवामी लीग के नेता मुजीबुर्रहमान की गिरफ्तारी

पूर्वी-पश्चिमी पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच अवामी लीग के नेता शेख मुजीबुर्रहमान की गिरफ्तारी हो गई। जिसका पूर्वी पाकिस्तान में जोरदार विरोध हुआ। पूर्वी पाकिस्तान के विरोध को शांत करने के लिए यहां पर सेना भेज दी गई और पाकिस्तानी सेना के जवानों ने यहां पर खूब अत्याचार किया, जिसके कारण लोग यहां से पलालयन करने लगे। पूर्वी पाकिस्तान से भागकर लोग भारत के शरण में आने लगे।

आधी रात को पीएम ने भारत को किया संबोधित

एक अनुमान के मुताबिक लगभग 10 लाख लोग पूर्वी पाकिस्तान से भागकर भारत में आए। इसी बीच पाकिस्तान की तरफ से भारत पर हमले करने के बेतुके बयान दिए जाने लगे। उस समय देश में इंदिरा गांधी की सरकार थी। 3 दिसंबर 1971 को पाकिस्तान ने भारत पर हमला कर दिया, जिसके बाद तत्कालीन पीएम इंदिरा गांधी नेआधी रात को देश को संबोधित करते हुए युद्ध की घोषणा कर दी। इसके बाद पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ी और दुनिया में नए राष्ट्र बांग्लादेश का जन्म हुआ।

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