भारतीय रुपये की गिरती कीमत ने एक बार फिर रिकॉर्ड तोड़ा है. रुपया बुधवार को डॉलर के मुकाबले 73.34 के सबसे निचले स्तर पर जा पहुंचा है. इसके पीछे कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों को कारण माना जा रहा है.
नई दिल्ली. डॉलर की तुलना में लगातार गिरता जा रहा भारतीय रुपया एक और न्यूनतम स्तर पर आ गिरा है. बुधवार को रुपया डॉलर के मुकाबले 73.34 पर आ गया. ये रुपये का अब तक का सबसे निचला स्तर है. रुपये की इस गिरावट का मुख्य कारण कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों को माना जा रहा है. इन कीमतों के पीछे ईरान पर अमेरिका द्वारा लगाए जाने वाले प्रतिबंध हैं जो कि बहुत जल्दी लागू ही होने वाले हैं. गौरतलब है पिछ्ले कुछ दिनों से लगातार गिर रहा रुपया बार बार अपने निचले स्तर का रिकॉर्ड तोड़ रहा है.
वहीं तेल की कीमतों की बात करें तो मंगलवार को महाराष्ट्र में डीजल की कीमत 80 रुपये लीटर तक पहुंच गई और साथ ही पेट्रोल की कीमत 93 के करीब पहुंच गई है. हालांकि बुधवार को इसमें कोई बदलाव नहीं देखा गया. बताते चलें कि रुपये की गिरती वैल्यु का सीधा असर भारतीय शेयर बाजार पर देखने को मिल रहा है. बुधवार सुबह को 200 पॉइंट नीचे गिरकर सेंसेक्स 36300 पर पहुंच गया जबकि 61 अंकों की गिरावट के साथ निफ्टी 10943 पर रहा.
गौरतलब है कि रुपये की ये गिरावट और भी आगे जाने की आशंका है. भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति की बैठक बुधवार को शुरु हो रही है. ऐसे में फॉरेक्स मार्केट की नजर उस पर है. बता दें कि इस बैठक में आरबीआई रुपये को सहारा देने के लिए ब्याज दरों को बढ़ा सकता है.
गांधी जयंती पर भी बढ़े तेल के दाम, मुंबई में 91.20 तो दिल्ली में 83.85 रुपये लीटर हुआ पेट्रोल