नई दिल्ली. Indian Railways : लम्बे सफर तीव्र गति के लिए अगर किसी परिवहन पर सबसे ज्यादा भरोसा किया जाता है तो वह रेल, जिसकी सर्विस देश में भारतीय रेलवे वर्षों से देती आई है. आए दिन भारतीय रेलवे अपनी यात्रियों की सुविधाओं और बेहतर यात्रा के लिए नई-नई योजनाएँ लेकर आता हैं जिससे यात्रियों […]
नई दिल्ली. Indian Railways : लम्बे सफर तीव्र गति के लिए अगर किसी परिवहन पर सबसे ज्यादा भरोसा किया जाता है तो वह रेल, जिसकी सर्विस देश में भारतीय रेलवे वर्षों से देती आई है. आए दिन भारतीय रेलवे अपनी यात्रियों की सुविधाओं और बेहतर यात्रा के लिए नई-नई योजनाएँ लेकर आता हैं जिससे यात्रियों का भरोसा और साथ रेलवे के साथ बना हुआ है. ऐसे में भारतीय रेलवे ने एक और सराहनीय काम किया है. भारतीय रेलवे ने एक महिला और उसके नवजात बच्चे की जान बचाने के लिए ट्रेन को उल्टी दिशा में दौड़ा दिया. जिसके बाद रेलवे अधिकारियों के इस फैसले की ट्रेन में मौजूद यात्रियों ने जमकर सराहना की.
बताया जा रहा है कि टाटानगर से भुवनेश्वर के लिए मंगलवार की रात को चली आनंद विहार-भुवनेश्वर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस में एक महिला का प्रसव होने के बाद ट्रेन को उसकी मंजिल भुवनेश्वर से वापस उल्टी दिशा टाटानगर की दिशा में चलाना पड़ा. ट्रेन के लगभग ढाई किलोमीटर पीछे लौटने के बाद टाटानागर रेलवे स्टेशन पर मेडिकल टीम ने महिला और नवजात बच्चे को उतारा और प्रारंभिक जांच के बाद उन्हें खासमहल स्थित सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. रेलवे अधिकारी की माने तो अबी महिला और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं. चलती ट्रेन में शिशु को जन्म देनेवाली महिला का नाम रानू दास बताया जा रहा है.
भारतीय रेलवे के अधिकारियों का महिला और उसके नवजात बच्चे की जान बचाने के लिए ट्रैन को उल्टी दिशा में दौड़ने के फैसले की समस्त इंडियन रेलवे समेत यात्री जमकर तारीफ कर रहे हैं. और खबर वायरल होने के बाद अब सोशल मीडिया पर रेलवे अधिकारियों की चौतरफ़ा तारीफें हो रही है.