नई दिल्ली: हम अगर किसी कपड़े और कंबल तो हर रोज इस्तेमाल करते हैं. लेकिन उन्हें हफ्ते में एक बार धो लेते है. मगर भारतीय रेलवे ने कम्बलों को महीने में एक बार धोने का प्रावधान किया है. जैसे महीने पुरा होते 1 तारीख को आपका वेतन आता है वैसे ही 30 दिन पूरे होने पर भी रेलवे का कंबल धुल जाए,ये जरूरी नहीं है. बता दें कांग्रेस सांसद कुलदीप इंदौरा ने एक सवाल पूछा था. उन्होंने पूछा था कि ट्रेन यात्रियों को दिए जाने वाले ऊनी कंबल महीने में केवल एक बार धोए जाते हैं. अब इस सवाल पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जो जवाब दिया है वह हैरान करने वाला है. उन्होंने जवाब दिया कि ट्रेन में यात्रियों को दिए जाने वाले कंबल महीने में कम से कम कम एक बार धोए जाते है. वहीं रजाई के के ऊपर दिया जाने वाला कवर और बेडरोल किट में एक अतिरिक्त बेडशीट भी दी जाती है. इसका मतलब ट्रेन में आपको जो चादर और तकिया मिलता है वह रोजाना धुलता है. परंतु कंबल महिने में एक बार. अब इन सबके बीच ITV ने एक सर्वे किया है, इस सर्वे में लोगों ने अपनी-अपनी राय दी है.
हां 35 %
नहीं 65 %
कह नहीं सकते 0%
हां 92%
नहीं 5 %
रोजाना सफाई मुश्किल 3%
कह नहीं सकते 0%
3. रेलवे पैसे लेकर सर्विस दे रहा है , ऐसे में 30 दिन में एक बार सफाई से क्या ठगा महसूस करते हैं, आपकी राय
हां 79%
नहीं 16%
कह नहीं सकते 5%
4. कंबलों की एक बार धुलाई की खबर जानने के बाद, अब आप क्या करेंगे? आपकी राय
घर से कंबल ले जायेंगे 86%
रेलवे का कंबल उपयोग करेंगे 11%
कह नहीं सकते 3%
5.यूरोपीय देशों में डिस्पोजल या रोज धुलाई वाले कंबल का उपयोग, आपकी राय
भारत में भी यही हो 67%
भारत में रेलयात्री ज्यादा 12%
अच्छी सर्विस से किराया बढ़ेगा 18%
कह नहीं सकते 3%
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