नई दिल्लीः कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने खालिस्तानी आतंकी निज्जर सिंह के हत्या मामले भारत सरकार को दोषी ठहराते हुए कनाडा में भारतीय राजनयिक को बर्खास्त कर दिया था। भारत ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए भारत मे कनाडा के राजनयिक को 5 दिनों के अंदर भारत छोड़ने का आदेश दिया था। इस बीच अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया ने भी अपना रुख साफ कर दिया था। वहीं अब मामले बिगड़ते देख कनाडाई पीएम जस्टिन के सुर नरम पड़ गए है। उन्होंने कहा कि हम भारत को उकसाने की कोशिश नहीं कर रहे हैं। बहरहाल अब भारतीय लोगों ने कनाडा के द्वारा लगाए गए आरोपों पर एक सर्वे के माध्यम से अपनी राय रखी है। आईए जानते है
1. सर्वे में सबसे पहला सवाल पूछा गया कि कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने खालिस्तानी आतंकी हरदीप निज्जर की हत्या में रॉ का हाथ बताया , इस पर आप क्या कहना चाहेंगे ?
इस प्रशन का जवाब देते हुए 42.04 फिसदी लोगों ने बताया कि यह बहुत ही शर्मनाक बात है। वहीं 9.80 प्रतिशत लोग ने कहा कि जस्टिन ट्रूडो खालिस्तानीयों के बचाव में उतरे है और 38.78 फिसदी लोगों ने कहा कि ट्रूडो वोट बैंक के लिए खालिस्तान का समर्थन करते है। वहीं 9.39 प्रतीशत लोगों का कहना है कि हम इस मुद्दे पर कुछ नहीं कह सकते है।
2.प्रशन पूछा गया कि क्या कनाडा खालिस्तानी आतंकियों के लिए कनाडा सुरक्षित जगह बन गया है ?
इस पर 75.10 प्रतीशत लोगों ने कहा कि हां। वहीं 15.10 फिसदी लोगों ने कहा कि नहीं कनाडा खालिस्तानीयों के लिए सुरक्षित जगह नहीं है। वहीं 9.80 फिसदी ने इस मामले पर बोलने से इनकार कर दिया।
3.तीसरा प्रशन पूछा गया कि जस्टिन ट्रूडो के द्वारा रॉ पर लगाए गए निराधार आरोप के बाद भारत सरकार को क्या करना चाहिए ?
इस पर 27.76 फिसदी लोगों ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कनाडा का पोल खोल देना चाहिए। 15.10 प्रतीशत लोगों ने कहा कि कनाडा में स्थित खालिस्तानी आतंकियों और ट्रेनिंग कैप की सूची जारी कर देना चाहिए। 12.24 प्रतीशत लोगों ने राय दी है कि भारत को कनाडा की कूटनीतिक घेराबंदी करना चाहिए। 26.12 प्रतीशत लोगों ने कहा कि कनाडा से सारे राजनयिक संबंध खत्म कर देना चाहिए और 18.78 फिसदी लोगों ने कहा ने इस प्रशन पर कुछ भी बोलने से मना कर दिया।
4.चौथा सवाल पूछा गया कि क्या जस्टिन ट्रूडो को सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी चाहिए ?
इस प्रशन के जवाब में 84.49 फिसदी लोगों ने कहा कि हां माफी मांगना चाहिए। वहीं 11.84 प्रतीशत लोगों ने कहा कि कनाडाई पीएम को मांफी नहीं मांगनी चाहिए प्रस्ताव नहीं लाना चाहिए और 3.67 फिसदी ने कुछ नहीं कह सकते बोलकर सवाल को टाल दिया।
5.पांचवा सवाल पूछा गया कि क्या संसद में जस्टिन ट्रूडो के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित होना चाहिए ?
इस प्रशन पर इस प्रशन के जवाब में 84.49 फिसदी लोगों ने कहा कि हां निंदा प्रस्ताव लाना चाहिए। वहीं 11.84 प्रतीशत लोगों ने कहा कि कनाडाई पीएम के खिलाफ निंदा प्रस्ताव नहीं लाना चाहिए और 3.67 फिसदी ने कुछ नहीं कह सकते बोलकर सवाल को टाल दिया।
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