नोटबंदी के बावजूद 2017 में स्विस बैंकों में 50 परसेंट बढ़ा भारतीयों का पैसा, 7000 करोड़

पीएम नरेंद्र मोदी सरकार के काला धन विरोधी अभियानों को स्विस बैंकों में भारत के लोगों के जमा में 2017 में 50 परसेंट की बढ़त ने बड़ा झटका दिया है. स्विटजरलैंड के केंद्रीय बैंक की रिपोर्ट के मुताबिक भारत के लोगों ने 2016 की नोटबंदी के अगले साल 2017 में स्विस बैंकों में 7000 करोड़ जमा किया. ये पैसा काला है या सफेद, ये इस रिपोर्ट से साफ नहीं होता है.

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नोटबंदी के बावजूद 2017 में स्विस बैंकों में 50 परसेंट बढ़ा भारतीयों का पैसा, 7000 करोड़

Aanchal Pandey

  • June 28, 2018 10:10 pm Asia/KolkataIST, Updated 6 years ago

ज्युरिख/ नई दिल्ली. विदेश में जमा कालाधन वापस लाने की नरेंद्र मोदी सरकार के तमाम दावों और कोशिशों के बीच स्विस बैंकों में 2016 की नोटबंदी के अगले साल यानी 2017 में भारतीय नागरिकों का जमा पैसा 50 परसेंट बढ़कर 7000 करोड़ पर पहुंच गया. स्विटजरलैंड के केंद्रीय बैंक स्विस नेशनल बैंक ने 2017 का रिपोर्ट जारी कर दिया है जिसके मुताबिक स्विस बैंकों में पूरी दुनिया के लोगों का जमा 3 परसेंट बढ़कर 100 लाख करोड़ के पास पहुंच गया. पाकिस्तान के लोगों का जमा 2017 में 21 परसेंट गिरकर भी 7700 करोड़ है इसलिए वो भारत से ऊपर है.

स्विस बैंकों में जमा भारत के लोगों का ये पैसा काला धन ही है या नहीं, ये इस रिपोर्ट से साफ नहीं होता है. ये रिपोर्ट सिर्फ उस देश में जमा तमाम देशों के लोगों के पैसे का हिसाब देता है. भारत और स्विटजरलैंड काला धन का पता लगाने की दिशा में काफी आगे बढ़ चुके हैं जिसमें वहां खाता रखने वालों का डिटेल सरकार के पास आ रहा है. स्विटजरलैंड से सरकार ने इस तरह के खातों की ऑटोमैटिक जानकारी लेने का समझौता करने पर भी सहमति जुटा ली है. ऐसे में वहां भारत के लोगों का पैसा उस साल बढ़ना चौंकाता है जब पूरा देश नोटबंदी से उबर रहा था और लोग काला धन के खिलाफ इसे बहुत बड़ा और कड़ा कदम मान रहे थे.

स्विस बैंकों में पिछले तीन साल से लगातार भारतीय पैसा कम हो रहा था. 2016 में भारतीय लोगों का पैसा 45 परसेंट कम होकर 4500 करोड़ पर आ गया था जो इस साल बढ़कर 7000 करोड़ हो गया है. दुनिया का औसत जहां 3 परसेंट बढ़ने का है, भारत का 50 परसेंट. 1987 से स्विस बैंक हर साल ऐसे आंकड़े जारी करता है और तब से भारत की ये दूसरी बड़ी जंप है. इससे पहले 2004 में ये 56 परसेंट बढ़ा था. भारत के लोगों का स्विस बैंक में सबसे ज्यादा पैसा 2006 में था जब ये 23000 करोड़ तक पहुंच गया था. 2006 के बाद सिर्फ तीन मौके आए जिस साल भारत के लोगों का पैसा वहां बढ़ा नहीं तो हर साल ये कम ही हुआ. 2011 में 12 परसेंट, 2013 में 43 परसेंट और अब 2017 में ये 50.2 परसेंट बढ़ा है.

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