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इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में इतिहास रचने जा रहा भारतीय, जानें कौन हैं शुभांशु शुक्ला?

शुभांशु शुक्ला एक निजी अंतरिक्ष यात्री मिशन एक्सिओम मिशन 4 (X-4) के लिए पायलट के रूप में चुना गया है. यह मिशन 2025 के वसंत से पहले स्पेसएक्स ड्रैगन अंतरिक्ष यान पर लॉन्च किया जाएगा.

inkhbar News
  • January 31, 2025 10:58 am Asia/KolkataIST, Updated 3 months ago

नई दिल्ली: भारतीय वायुसेना के अधिकारी शुभांशु शुक्ला जल्द ही इतिहास रचने वाले हैं. वह इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर जाने वाले पहले भारतीय बन जाएंगे. उन्हें एक निजी अंतरिक्ष यात्री मिशन एक्सिओम मिशन 4 (X-4) के लिए पायलट के रूप में चुना गया है. यह मिशन 2025 के वसंत से पहले स्पेसएक्स ड्रैगन अंतरिक्ष यान पर लॉन्च किया जाएगा.

स्पेस एक्स ड्रैगन

पिछले साल ही शुभांशु शुक्ला को भारत के महत्वाकांक्षी अंतरिक्ष मिशन ‘गगनयान’ के लिए भी चुना गया था. अब भारत के इस मिशन से पहले शुभांश का चयन एक्सिओम मिशन-4 (Ax-4) के लिए हुआ है. नासा ने गुरुवार को उनके नाम की घोषणा की. इस दौरान नासा की प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस मिशन पर जाने वाले चारों अंतरिक्ष यात्री भी बैठे थे. शुभांश नासा के ‘स्पेस एक्स ड्रैगन’ को अंतरिक्ष में ले जाएंगे. यह अंतरिक्ष यान फ्लोरिडा स्थित नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से रवाना होगा. इस मिशन में चार लोग होंगे. यह मिशन नासा की पूर्व अंतरिक्ष यात्री पैगी व्हिटसन के नेतृत्व में काम करेगा. वह एक्सिओम स्पेस के लिए मानव अंतरिक्ष उड़ान की निदेशक हैं. इस मिशन में पोलैंड से स्लावोज उज़्नान्स्की-विज़्निएव्स्की और हंगरी से टिबोर कापू भी मिशन विशेषज्ञ के रूप में जाएंगे.

शुभांशु ने क्या कहा?

प्रेस कॉन्फ्रेंस में पायलट शुभांशु ने कहा कि वह जिस मिशन पर जा रहे हैं, उसमें कुछ भारतीय खाना भी अपने साथ ले जाएंगे और अपने साथियों को भी खिलाएंगे. उन्होंने अंतरिक्ष में योग करने की भी बात कही. उन्होंने कहा, ‘मैं वास्तव में माइक्रोग्रैविटी में जाने और खुद अंतरिक्ष उड़ान का अनुभव करने के लिए उत्साहित हूं. मिशन के प्रति उत्साह लगातार बढ़ रहा है और मुझे लगता है कि हम उस स्तर पर हैं जहां सब कुछ सफल हो रहा है.

कौन हैं शुभांशु शुक्ला ?

शुभांशु का जन्म 10 अक्टूबर 1985 को लखनऊ में हुआ था. जून 2006 में लड़ाकू पायलट के रूप में भारतीय वायु सेना (IAF) में कमीशन प्राप्त किया. इसके बाद, वह मार्च 2024 में ग्रुप कैप्टन बन गए। शुभांशु ने Su-30 MKI, MIG-21, MiG सहित विभिन्न विमानों पर 2,000 से अधिक उड़ानें भरी हैं. -29, जगुआर, हॉक, डोर्नियर और एएन-32. 2019 में अंतरिक्ष यात्रियों ने रूस के यूरी गगारिन कॉस्मोनॉट ट्रेनिंग सेंटर में ट्रेनिंग ली थी. भारत के गगनयान मिशन के लिए इसरो द्वारा चयनित. यह देश का पहला मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम है. NASA-Axiom अंतरिक्ष सहयोग के तहत ISS का दौरा करने वाले पहले इसरो अंतरिक्ष यात्री. योजना घर वापस आए लोगों के लिए फ़ोटो और वीडियो के माध्यम से उनके अंतरिक्ष अनुभव को कैद करने की है।

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