नई दिल्ली: IFFCO Rank in World Co-operative Monitor 2018 Report: वर्ल्ड कोऑपरेटिव मॉनीटर 2018 की रिपोर्ट में उर्वरक कंपनी इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर को-ऑपरेटिव (IFFCO) को विश्व की सहकारिताओं में पहला स्थान दिया गया है. इस रिपोर्ट में प्रति व्यक्ति जीडीपी पर किए गए कारोबार को आधार बनाया गया है. इस
वर्ष से पुनः शुरू की गई इस रिपोर्ट में प्रति व्यक्ति जीडीपी कारोबार के आधार पर चुने गए शीर्ष 300 कंपनियों में भारतीय सहकारी संस्था इफको को पहला स्थान दिया गया है. बता दें कि इफको ने वर्ष 2016 से ही अपना शीर्ष स्थान कायम रखा है. अपनी लगभग 36000 सदस्य सहकारी समितियों तथा लगभग 3 बिलियन अमेरिकी डॉलर (वित्त वर्ष 2017-18) के कारोबार के साथ इफको वर्तमान में विश्व की सबसे बड़ी सहकारी संस्थाओं में शुमार है.
वर्ल्ड कोऑपरेटिव मॉनीटर 2018 की रिपोर्ट में शीर्ष 20 सहकारिताओं में IFFCO भी शामिल
इस रिपोर्ट में कृषि और खाद्य उद्योग क्षेत्र (प्रति व्यक्ति जीडीपी पर किए गए कारोबार के अनुपात पर आधारित) की 20 शीर्ष सहकारिताओं में भी इफको को शामिल किया गया है. इस खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रबंध निदेशक डॉ. उदय शंकर अवस्थी ने कहा कि हमें इस बात की बेहद खुशी है कि वर्ल्ड कोऑपरेटिव मॉनीटर ने विश्व की चुनिन्दा सहकारी संस्थाओं में हमें शीर्ष स्थान दिया है. भारतीय सहकारिता आंदोलन को वैश्विक स्तर पर ले जाने की दिशा में इफको सदैव समर्पित और प्रतिबद्ध रहती है. इफको के समावेशी व्यावसायिक मॉडल, हमारी पारदर्शी व लोकतान्त्रिक निर्णय प्रक्रिया, निदेशक मण्डल, सहकारों और कर्मचारियों के समर्थन तथा हमारी संस्था और हमारे उत्पादों व सेवाओं में आस्था रखने वाले लाखों भारतीय किसानों के भरोसे के कारण यह उपलब्धि संभव हो सकी है.
पीएम मोदी ने IFFCO द्वारा किए जा रहे प्रयासों को सराहा था
डॉ. उदय शंकर अवस्थी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भारत में सहकारिता आंदोलन की प्रगति की दिशा में उनके द्वारा किए गए सतत सहयोग के लिए धन्यवाद दिया. वर्ष 2022 तक भारत के किसानों की आय दोगुनी करने के प्रधानमंत्री मोदी के सपने को साकार करने की दिशा में इफको द्वारा किए गए प्रयासों की इफको के स्वर्ण जयंती वर्ष 2017 के दौरान प्रधानमंत्री द्वारा सराहना की गई.
क्या होती है वर्ल्ड कोऑपरेटिव मॉनीटर की रिपोर्ट?
वर्ल्ड कोऑपरेटिव मॉनीटर रिपोर्ट का प्रकाशन इंटरनेशनल कोआपरेटिव एलायंस (आईसीए) तथा यूरोपियन रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑन कोआपरेटिव एंडसोशल एंटरप्राइजेज़ (यूरिक्स) द्वारा किया जाता है. यह दुनिया बड़ी सहकारी संस्थाओं और सहकारिताओं द्वारा नियंत्रित संस्थाओं एवं अन्य उद्यमों के से संबंधित आंकड़ों का संग्रहण और विश्लेषण करने वाली अपने तरह की इकलौती परियोजना है. प्रत्येक वर्ष विश्व के शीर्ष 300 कोऑपरेटिव की रैकिंग प्रकाशित करने वाली इस रिपोर्ट में विश्व की सबसे बड़ी सहकारिताओं और इसकी सहयोगी संस्थाओं को शामिल किया जाता है. प्रति व्यक्ति जीडीपी पर किए गए कारोबार के अनुपात पर आधारित यह रैंकिंग देश की क्रय शक्ति के संदर्भ में कोऑपरेटिव द्वारा किए गए कारोबार से जुड़ी है, जिस देश में वह कार्यरत है.
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