हिंदू धर्म में बेहद पवित्र मानी जाने वाली श्री अमरनाथ यात्रा एक बार फिर आतंकियों के निशाने पर है. इस्लामिक स्टेट ऑफ जम्मू-कश्मीर के आतंकी खिररुम गांव में छिपे थे, सुरक्षाबलों ने इन्हें मार गिराया मरने वालों में एक आतंकवादी दाउद सोफी भी था जो कि इस्लामिक स्टेट की विचारधारा से प्रभावित था.
श्रीनगर: अमरनाथ यात्रा एक बार फिर आतंकियों के निशाने पर है. गृह मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक आतंकवादी अमरनाथ यात्रा को एक बार फिर निशाना बनाने की तैयारी मे हैं. जानकारी के मुताबिक इस्लामिक स्टेट ऑफ जम्मू-कश्मीर के आतंकी खिररुम गांव में छिपे हुए थे. जम्मू-कश्मीर पुलिस को मिली सूचना के आधार पर सुरक्षाबलों ने आतंकियों को घेरा और एनकाउंटर में आतंकी को मार गिराया. मारे गए आतंकी की पहचान दाउद सोफी के तौर पर हुई है जो इस्लामिक स्टेट की विचारधारा से प्रभावित था. सूत्रों के मुताबिक घाटी में 8 से 10 युवा ऐसे हैं जो इस्लामिक स्टेट ऑफ जम्मू-कश्मीर की विचारधारा से प्रभावित हैं.
गृह मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक इस्लामिक स्टेट ऑफ जम्मू-कश्मीर के आतंकियों ने आईएस के नाम पर घाटी में आतंक फैलाना शुरू कर दिया है. दाउद सोफी इस्लामिक स्टेट ऑफ जम्मू-कश्मीर से प्रभावित होकर उनके गुट में शामिल हुआ था. श्रीनगर के एचटीएम कॉलोनी के रहने वाले दाउद सोफी ने एक साल के भीतर ही खुद को इस्लामिक स्टेट ऑफ जम्मू-कश्मीर का मुखिया घोषित कर दिया था.
इससे पहले इसी संगठन के आतंकी इसा फजली को सेना ने 27 फरवरी को मार गिराया था. दाउद सोफी के अलावा सेना ने तीन और आतंकियों को मार गिराया है. मारे गए आतंकी की पहचान मोहम्मद अशरफ, आदिल रजमान भट्ट बिजबेहरा और मजीद अहमद डार के तौर पर हुई है. ये आतंकी खिरुरुम गांव के पास अमरनाथ यात्रा पर जा रहे श्रद्धालुओं पर हमला करने की तैयारी कर रहे थे.
यह भी पढ़ें- गुलाम नबी आजाद के बयान का आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने किया समर्थन, कहा- हमारी राय आपसे अलग नहीं
सैफुद्दीन सोज के बयान पर भड़की बीजेपी, रविशंकर प्रसाद बोले- कांग्रेस देश तोड़ने वालों के साथ है