Indian Air Force MiG-27 Retires: कारगिल संघर्ष के दौरान अहम भूमिका निभाने वाले भारतीय वायु सेना के मिग 27 फाइटर जेट ने शुक्रवार को जोधपुर में आखिरी बार आसमान में उड़ान भरी और भारतीय वायुसेना में अपने चार दशक के करियर का अंत किया. मूल मिग 27 फाइटर जेट को लगभग चार दशक पहले भारतीय वायु सेना में शामिल किया गया था. भारतीय वायु सेना के मिग 27 शुक्रवार को एक समारोह में सेवानिवृत्त हुए. समारोह जोधपुर एयरबेस पर किया गया. मिग 27 भारतीय वायुसेना के स्ट्राइक बेड़े का हिस्सा था.
जोधपुर. भारतीय वायु सेना के मिग 27 लड़ाकू विमान, जिसने 20 साल पहले पाकिस्तान के साथ कारगिल संघर्ष के दौरान एक बड़ी भूमिका निभाई थी, शुक्रवार को आखिरी बार आसमान में उड़ा. मिग 27 पिछले चार दशकों से भारतीय वायु सेना के जमीनी हमले के बेड़े की रीढ़ रहा. फाइटर जेट जोधपुर के एयरबेस पर आखिरी बार आसमान में उड़ा जहां मिग 27 को संचालित करने वाला एकमात्र आईएएफ स्क्वाड्रन आधारित है. मिग 27 ऑपरेशन में वर्तमान में 2006 में शामिल एक उन्नत संस्करण है. यह भारतीय वायु सेना के हड़ताल बेड़े के हिस्से के रूप में काम कर रहा था. अन्य सभी प्रकार, जैसे कि मिग- 23 बीएन एंड मिग- 23 एमएफ और शुद्ध मिग 27 पहले ही भारतीय वायु सेना से सेवानिवृत्त हो चुके हैं.
रक्षा मंत्रालय ने कहा, इन विमानों ने शांति और युद्ध दोनों के दौरान राष्ट्र के लिए बहुत बड़ा योगदान दिया है. बेड़े ने ऐतिहासिक कारगिल संघर्ष में अपनी महिमा दिखाई जब इसने दुश्मन की स्थिति पर सटीकता के साथ रॉकेट और बम बरसाए. बेड़े ने ओप-पराक्रम में भी सक्रिय भाग लिया. मिग 27, इसकी उत्तरजीविता के कारण, कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय अभ्यासों में भी भाग ले चुका है.
वर्तमान में, आईएएफ की संख्या 29 स्क्वाड्रन एकमात्र इकाई है जो मिग 27 अपग्रेड का संचालन करती है. स्क्वाड्रन को 10 मार्च 1958 को एयरगन स्टेशन हलवारा में वेगन (टोफानी) विमान से उठाया गया था. इन वर्षों में, स्क्वाड्रन को मिग 21 प्रकार 77, मिग 21 प्रकार 96, मिग 27 एमएल और मिग 27 अपग्रेड सहित कई प्रकार के लड़ाकू विमानों के साथ है.
Rajasthan: Indian Air Force retires MiG-27 today at Air Force Station Jodhpur pic.twitter.com/lClqHd5ifa
— ANI (@ANI) December 27, 2019
#WATCH Indian Air Force's MiG-27 which retires today receives water salute at Air Force Station Jodhpur pic.twitter.com/qo1uX4o969
— ANI (@ANI) December 27, 2019
रक्षा मंत्रालय ने कहा, स्क्वाड्रन का अब 31 दिसंबर 2019 को अंतिम उड़ान दिवस माना जा रहा है, जिससे स्विंग विंग बेड़े को भारतीय वायुसेना के गौरवशाली अतीत का हिस्सा बना देगा. वायु सेना स्टेशन जोधपुर में मिग 27 के डी-इंडक्शन समारोह के लिए विभिन्न कार्यों की योजना बनाई गई है. समारोह में बड़ी संख्या में वायु योद्धाओं की सेवा करने के साथ अनुभवी वायु योद्धाओं ने भाग लिया. एयर मार्शल एसके घोटिया वीएसएम, एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ साउथ वेस्टर्न एयर कमांड समारोह की अध्यक्षता की.
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