Myanmar Earthquake: शुक्रवार को म्यांमार और थाईलैंड में आए भूकंप से मची तबाही में 154 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, 700 घायल हैं जबकि हजारों लोग लापता है। इसी बीच यूनाइटेड स्टेट जियोलॉजिकल सर्वे ने दावा किया है कि म्यांमार में मौत का आंकड़ा 10 हजार से ज्यादा हो सकता है। इस भूकंप ने दुनिया को दहला दिया है। भूकंप के झटके भारत के भी कुछ हिस्सों में महसूस किए गए। अब बात करते हैं कि अगर म्यांमार जैसा भूकंप भारत में आता तो क्या होता? यहां के हालात कैसे रहते?

इन शहरों पर खतरा ज्यादा

अलग-अलग रिपोर्ट्स की माने तो भारत की राजधानी दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु या चेन्नई जैसे शहर इतने शक्तिशाली भूकंप को झेल नहीं पाएंगे और यहां की 70 से 80 फीसदी इमारतें पूरी तरह से नष्ट हो जाएँगी। इन राज्यों में एक और बड़ी समस्या यह है कि यहां घनी आबादी है। यहां 45 फीसदी इमारतें बिना नक्शे और अनुमति के बनाई गई हैं। इन्हें बनाने वाले ठेकेदार सक्षम नहीं हैं और न ही उनके पास लाइसेंस है। भारत में जोरदार भूकंप आया तो बड़ी तबाही मच सकती है।

क्यों आता है भूकंप

हमारी धरती की सतह 7 बड़ी और कई छोटी टेक्टोनिक प्लेट्स से बनी हुई है। ये सारे प्लेट्स तैरती रहती है। इसी क्रम में कभी कभी वापस में टकरा जाती है। कई बार टकराने से ट्स के कोने मुड़ जाते हैं और टूटने लगते हैं। ऐसे में नीचे से निकली ऊर्जा बाहर निकलने के लिए जगह ढूंढने लगती है। इस कारण डिस्‍टर्बेंस आता है और फिर भूकंप आता है।

 

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