नई दिल्ली: राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान संस्थान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) ने अपनी किताबों में INDIA नाम हटाने का फैसला किया है. अब एनसीईआरटी की किताबों में इंडिया जगह भारत लिखा होगा. बता दें कि किताबों में आवश्यक परिवर्तनों को लेकर बने पैनल ने इसे लेकर एनसीईआरटी को प्रस्ताव भेजा था, जिसे मंजूरी मिल गई है. […]
नई दिल्ली: राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान संस्थान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) ने अपनी किताबों में INDIA नाम हटाने का फैसला किया है. अब एनसीईआरटी की किताबों में इंडिया जगह भारत लिखा होगा. बता दें कि किताबों में आवश्यक परिवर्तनों को लेकर बने पैनल ने इसे लेकर एनसीईआरटी को प्रस्ताव भेजा था, जिसे मंजूरी मिल गई है.
गौरतलब है कि एनसीईआरटी पैनल की सिफारिश ऐसे वक्त में की गई है जब पूरे देश में INDIA नाम को बदलकर भारत रखने की चर्चा तेज है. देश के नाम को INDIA से बदलकर भारत रखे जाने की चर्चा बीते महीने सितंबर में तब ज्यादा तेज हुई जब जी20 सम्मेलन के दौरान भारत के राष्ट्रपति की ओर से भेजे गए निमंत्रण पत्र में ‘प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया’ की जगह ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत’ लिखा गया था.
देश का नाम INDIA होना चाहिए या भारत होना चाहिए, इस बहस के बीच आइए जानते हैं कि भारत का संविधान क्या कहता है. भारतीय संविधान के अनुच्छेद 1(1) में हमारे देश का नाम ‘इंडिया अर्थात भारत जोकि राज्यों का एक संघ होगा’ ये कहा गया है.
मालूम हो कि इससे पहले राष्ट्रीय सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि इंडिया नाम पश्चिमी देशों के शासकों द्वारा दिया गया है. इसलिए हम सभी भारतवासियों को भारत नाम इस्तेमाल करना चाहिए. इस देश का नाम आदिकाल से भारत ही है.