उत्तर भारत मौसम: दिल्ली सहित उत्तर भारत के लोगों को गर्मी से मिलेगी राहत, बदलेगा मौसम का मिजाज

नई दिल्ली। मई माह के दूसरे पखवाड़े में हरियाणा, पंजाब, दिल्ली व एनसीआर के क्षेत्र में प्री मानसून की गतिविधियां देखने को मिली थी। हरियाणा की बात करें तो क्षेत्र में मई माह में अब तक सरप्लस बरसात देखने को मिली है। इन दो जिलों में नहीं हुई ज्यादा बारिश अंबाला व महेंद्रगढ़ को छोड़ […]

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उत्तर भारत मौसम: दिल्ली सहित उत्तर भारत के लोगों को गर्मी से मिलेगी राहत, बदलेगा मौसम का मिजाज

Pravesh Chouhan

  • May 27, 2022 5:00 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली। मई माह के दूसरे पखवाड़े में हरियाणा, पंजाब, दिल्ली व एनसीआर के क्षेत्र में प्री मानसून की गतिविधियां देखने को मिली थी। हरियाणा की बात करें तो क्षेत्र में मई माह में अब तक सरप्लस बरसात देखने को मिली है।

इन दो जिलों में नहीं हुई ज्यादा बारिश

अंबाला व महेंद्रगढ़ को छोड़ बाकी सभी जिलों में सामान्य से कहीं अधिक बरसात हुई है। अंबाला में सामान्य से 23 प्रतिशत कम तथा महेंद्रगढ़ जिले में 43 प्रतिशत कम बरसात दर्ज की गई है। आगामी दिनों में भी पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से हरियाणा, दिल्ली और पंजाब सहित पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश की आशंका बताई जा रही है।

हालांकि मौसम विभाग ने संभावना जताई है कि शनिवार को पश्चिमी हिमालय के पास एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ आने की उम्मीद है। लेकिन इसका असर पहाड़ी क्षेत्रों में देखने को मिलेगा। मैदानी क्षेत्रों में इसका असर बहुत कम देखने को मिल सकता है। मैदानी क्षेत्रों में मौसम में परिवर्तन को दिखाई देगा। बादल छाने व तेज हवा चलने की गतविधियां जारी रह सकती हैं। दूसरी ओर दो दिन से तापमान में इजाफा हो रहा है। फिर से गर्मी ने लोगों की परीक्षा लेनी शुरू कर दी है। अच्छी बात यह है कि इस माह के बचे दिनों में लू की स्थितियां देखने को नहीं मिलेंगी।

देशभर में यह बना हुआ है मौसमी सिस्टम

मौसम विभाग के मुताबिक इस समय दक्षिण पश्चिम अरब सागर के कुछ हिस्सों, दक्षिण पूर्व अरब सागर के कुछ और हिस्सों, मालदीव और कोमोरिन क्षेत्र, दक्षिण और पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी और पूर्वोत्तर बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में आज शाम तक दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए स्थितियां अब अनुकूल हैं। एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तर पूर्व राजस्थान और आसपास के क्षेत्रों पर बना हुआ है। पश्चिमी विक्षोभ पूर्व की ओर बढ़ रहा है।

पश्चिमी विक्षोभ आने की उम्मीद

28 मई तक पश्चिमी हिमालय के पास एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ आने की उम्मीद है। एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तरी ओडिशा और आसपास के क्षेत्रों पर बना हुआ है। एक टर्फ रेखा पूर्वी बिहार से झारखंड और ओडिशा होते हुए तटीय आंध्र प्रदेश तक फैली हुई है। चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र नागालैंड और आसपास के क्षेत्र पर बना हुआ है। निचले स्तरों पर एक टर्फ रेखा उत्तरी आंतरिक कर्नाटक से दक्षिण तमिलनाडु तक फैली हुई है।

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