India Union Budget 2019 for Electric Vehicles: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश करते हुए कहा कि हम मेक इन इंडिया के जरिए स्वदेशी की तरफ बढ़ रहे हैं. इसके अलावा हमारी सरकार देश को आधुनिक भी बना रही है. जिसमें 657 किलोमीटर मेट्रो को चालू किया गया है, जबकि 300 किलोमीटर नए मेट्रो प्रोजेक्ट को मंजूरी मिली है. हमारा अगला मकसद देश के अंदर ही जल मार्ग शुरू करने की है. हमारा लक्ष्य इलेक्ट्रॉनिक वाहनों को बढ़ाना देना है.
नई दिल्ली. India Union Budget 2019 for Electric Vehicles: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश किया. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का बजट 2019 पेश करते हुए ऐलान किया है कि नरेंद्र मोदी सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों में विशेष छूट प्रदान करेगी. सरकार ने ये फैसला बढ़ते प्रदूषण के चलते लिया है. इससे आम लोगों को भी फायदा होगा. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश करते हुए कहा कि देश की जनता ने बड़ा जनादेश दिया. हमारी सरकार ने स्थिर भारत की कल्पना को साकार किया. हमने सशक्त देश के लिए सशक्त नागरिक के उद्देश्य से पहले कार्यकाल में काम किया. हम लालफीताशाही को और कम करेंगे. कारोबारी माहौल को और बेहतर करेंगे.
संसद में निर्मला सीतारमण ने कहा, ‘यकीन हो तो कोई रास्ता निकलता है, हवा की ओट लेकर भी चिराग जलता है.उन्होंने कहा कि भौतिक और सामाजिक अवसरंचना निर्माण, डिजिटल इंडिया, हरित भारत, चिकित्सा उपकरणों पर जोर, मेक इन इंडिया पर हमारा फोकस होगा. अंतरिक्ष कार्यक्रम, ब्लू इकॉनमी, जल प्रबंधन, स्वस्थ समाज और नागरिकों को सुरक्षा जैसे मसले भी हमारे फोकस में होंगे.
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संसद में निर्मला सीतारमण ने कहा कि पिछले 5 सालों में हमने दिवालिया कानून जैसे सुधार देखे. इसके अलावा आम लोगों की चिंता के लिए भी योजनाएं चलाई गईं. गरीब महिलाओं की रसोई में सिलिंडर पहुंचाए गए और किसानों की चिंता गई.
सरकार ने जनभागीदारी, न्यूनतम सरकार अधिकतम अभिशासन के साथ टीम इंडिया के तौर पर कार्य किया : वित्त मंत्री @nsitharaman https://t.co/LyrpMV0nsJ #BudgetForNewIndia
— BJP LIVE (@BJPLive) July 5, 2019
उन्होंने कहा कि साल 2014 से 2019 के दौरान हमने केंद्र एवं राज्य के संबंधों को नई ऊंचाइंया दीं. कोऑपरेटिव फेडरलिज्म में विश्वास बढ़ा. GST के जरिए आर्थिक अनुशासन की दिशा में काम बढ़ा. 5 वर्ष पहले भारत दुनिया की छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था थी, लेकिन अब हम 5वें स्थान पर हैं.