नई दिल्ली: शुक्रवार को गोवा की राजधानी पणजी में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के विदेश मंत्रियों की बैठक हुई. विदेश मंत्रियों की इस बैठक के बाद भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान को आतंकवाद के मुद्दे पर दो टूक जवाब दिया है. इस दौरान भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान के विदेश […]
नई दिल्ली: शुक्रवार को गोवा की राजधानी पणजी में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के विदेश मंत्रियों की बैठक हुई. विदेश मंत्रियों की इस बैठक के बाद भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान को आतंकवाद के मुद्दे पर दो टूक जवाब दिया है. इस दौरान भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी को आतंकी देश का प्रवक्ता कहा . जयशंकर ने आगे कहा कि आतंक के पीड़ित और साजिशकर्ता एक साथ बैठकर बातचीत नहीं कर सकते.
Victims of terrorism do not sit together with perpetrators of terrorism to discuss terrorism. Victims of terrorism defend themselves, counter acts of terrorism, they call it out, they legitimise it and that is exactly what is happening. To come here & preach these hypocritical… pic.twitter.com/OYTdI25bAt
— ANI (@ANI) May 5, 2023
प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए एस जयशंकर ने कहा कि SCO बैठक में बिलावल के साथ विदेश मंत्री के तौर पर बर्ताव किया गया है. लेकिन वह आतंकी इंडस्ट्री के प्रवक्ता हैं जहां अभी भी पाकिस्तान की किसी भी बात का भरोसा नहीं किया जा सकता है. आगे जयशंकर ने कहा कि वर्तमान समय में पाकिस्तान की विश्वसनीयता उसके विदेशी मुद्रा भंडार से अधिक तेजी से घट रही है. जी-20 और श्रीनगर से पाकिस्तान का कोई लेना-देना नहीं है. साथ ही उसे ये बताना चाहिए कि वह POK में अवैध कब्ज़ा कब छोड़ रहा है.
इस दौरान भारत के विदेश मंत्री ने कहा कि आर्टिकल 370 का जम्मू कश्मीर से हटना अब इतिहास बन चुका है. जितना जल्दी आप इसे समझ पाए उतना बेहतर होगा. चीन के साथ भारत के मौजूदा संबंधों पर जयशंकर ने कहा कि चीन के साथ सीमा पर हालात सुलझने तक संबंध सामान्य नहीं हो सकते.
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने SCO समिट में आतंकवाद का मुद्दा उठाया. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आगे कहा कि हम सबको मिलकर आतंकवाद से लड़ना होगा. आतंकवाद से मुकाबला करना हमारी सबसे पहली प्राथमिकता है जिसे इस तरह हराया नहीं जा सकता है. इस दौरान जयशंकर ने बिना पाकिस्तान का नाम लिए कहा कि ‘जब दुनिया कोविड से लड़ रही थी, आतंकवाद का खतरा बेरोकटोक जारी था, इसमें सीमा पार आतंकवाद भी शामिल था.” इस जयशंकर ने आगे कहा कि ”आतंकवाद रुकने का नाम नहीं ले रहा है. हमारा दृढ़ विश्वास है कि आतंकवाद का कोई औचित्य नहीं हो सकता है. इसे सीमा पार आतंकवाद समेत इसके सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में रोका जाना चाहिए. आतंकवाद का मुकाबला करना SCO के मूल जनादेशों में से एक है.”
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