भुवनेश्वर, मिसाइल और रक्षा क्षेत्र में भारत ने आज एक और अहम कामयाबी हासिल की है, इंटरमीडिएट-रेंज बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि -4 का आज सफल परीक्षण किया गया. आज लगभग शाम साढ़े सात बजे एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप ओडिशा में इस बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया गया. मिसाइल लॉन्च ने सभी परिचालन मानकों के साथ-साथ सिस्टम […]
भुवनेश्वर, मिसाइल और रक्षा क्षेत्र में भारत ने आज एक और अहम कामयाबी हासिल की है, इंटरमीडिएट-रेंज बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि -4 का आज सफल परीक्षण किया गया. आज लगभग शाम साढ़े सात बजे एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप ओडिशा में इस बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया गया. मिसाइल लॉन्च ने सभी परिचालन मानकों के साथ-साथ सिस्टम की विश्वसनीयता के पैमाने को हासिल किया.
भारत ने सोमवार को ओडिशा के एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से अग्नि-4 मध्यवर्ती दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण लांच किया, जिससे देश की सैन्य क्षमताओं में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई. इस संदर्भ में रक्षा मंत्रालय ने एक संक्षिप्त बयान में कहा कि बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण शाम करीब साढ़े सात बजे किया गया. अग्नि-4 का सफल परीक्षण भारत की विश्वसनीय न्यूनतम प्रतिरोधक क्षमता की नीति की पुष्टि करता है.
A successful training launch of an Intermediate-Range Ballistic Missile, Agni-4, was carried out at approximately 1930 hours today from APJ Abdul Kalam Island, Odisha. The launch validated all operational parameters as also the reliability of the system: Defence Ministry pic.twitter.com/bcwOs2KkXU
— ANI (@ANI) June 6, 2022
रक्षा मंत्रालय ने आगे बताया कि सफल परीक्षण सामरिक बल कमान के तत्वावधान में किए गए नियमित उपयोगकर्ता प्रशिक्षण लॉन्च का हिस्सा था. मंत्रालय ने कहा कि लॉन्च ने सभी परिचालन मानकों के साथ-साथ सिस्टम की विश्वसनीयता को भी पूरा किया है. इंटरमीडिएट-रेंज बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि -4 का ये सफल परीक्षण एक विश्वसनीय न्यूनतम प्रतिरोध क्षमता रखने की भारत की नीति की पुष्टि करता है.
रक्षा मंत्रालय ने जानकारी दी कि इंटरमीडिएट-रेंज बैलिस्टिक मिसाइल, अग्नि -4 का सफल प्रशिक्षण आज लगभग शाम साढ़े सात बजे ओडिशा में स्थित एपीजे अब्दुल कलाम आईलैंड से किया गया है, इस परमाणु-सक्षम लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि- IV है। जिसकी मारक क्षमता 4,000 किलोमीटर है.
बता दें जिनसे ये मिसाइल लांच की स्ट्रेटेजिक फोर्स कमांड (एसएफसी) देश के परमाणु हथियारों को संभालने वाली ट्राई-सर्विस यानि थलसेना, वायुसेना और नौसेना की साझा कमान है जो डॉयरेक्ट प्रधानमंत्री कार्यालय के आधीन होकर काम करती है.