गांधीनगर: एकता दिवस के मौके पर पीएम मोदी गुजरात के केवड़िया में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे हैं. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि गुलामी के प्रतीक को धीरे-धीरे हटाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जैसे 15 अगस्त हमारी स्वतंत्रता के उत्सव और 26 जनवरी हमारे गणतंत्र के जयघोष का दिवस है. […]
गांधीनगर: एकता दिवस के मौके पर पीएम मोदी गुजरात के केवड़िया में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे हैं. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि गुलामी के प्रतीक को धीरे-धीरे हटाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जैसे 15 अगस्त हमारी स्वतंत्रता के उत्सव और 26 जनवरी हमारे गणतंत्र के जयघोष का दिवस है. ठीक उसी तरह देश के कोने-कोने में 31 अक्टूबर का ये दिन राष्ट्रीयता के संचार का पर्व बन गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अमृतकाल में गुलामी की मानसिकता को त्यागकर आगे बढ़ने का संकल्प भारत ने लिया है. हम विकास के साथ अपनी विरासत का संरक्षण भी कर रहे हैं. आगे पीएम ने कहा कि भारत ने अपनी नौसेना के ध्वज पर लगे गुलामी के निशान को हटा दिया है. गुलामी के समय में बनाए गए गैर जरूरी कानूनों को अब हटाया जा रहा है. उन्होंने आगे ये भी कहा कि IPC की जगह भारतीय न्याय संहिता लाई जा रही है।
पीएम ने कहा कि इंडिया गेट पर जो विदेशी सत्ता की प्रतिमा थी अब वहां नेताजी सुभाष की प्रतिमा हमें प्रेरणा दे रही है. भारत की सराहना अब दुनिया कर रही है. दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र को नई ऊंचाइयों पर ले जाने पर हमें गर्व है।
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