नई दिल्ली। हेनले पासपोर्ट इंडेक्स की रिपोर्ट में भारत के पासपोर्ट को अब और मजबूती मिली है। रिपोर्ट के अनुसार भारत के पासपोर्ट की वैल्यू बढ़ गई है। 2022 के मुकाबले इसकी रैंकिंग में पांच अंकों का सुधार हुआ है। अब भारत का पासपोर्ट 80वें स्थान पर है। रैंकिग में सिंगापुर का पासपोर्ट नंबर एक […]
नई दिल्ली। हेनले पासपोर्ट इंडेक्स की रिपोर्ट में भारत के पासपोर्ट को अब और मजबूती मिली है। रिपोर्ट के अनुसार भारत के पासपोर्ट की वैल्यू बढ़ गई है। 2022 के मुकाबले इसकी रैंकिंग में पांच अंकों का सुधार हुआ है। अब भारत का पासपोर्ट 80वें स्थान पर है। रैंकिग में सिंगापुर का पासपोर्ट नंबर एक पर है। सिंगापुर के पासपोर्ट के जरिए कुल 192 देशों में एंट्री की जा सकती है।
बता दें, भारतीय पासपोर्ट ने इस साल अपनी रैंकिंग में पांच पायदान का सुधार किया है। भारतीय पासपोर्ट से 57 देशों की यात्रा की जा सकती है। टोगो और सेनेगल देशों ने भी भारतीय पासपोर्ट से वीजा फ्री एंट्री को मंजूरी दे दी है।
वहीं पांच सालों तक टॉप पर रहा जापान इस बार 3 नंबर पर आ गया है। इसकी जगह सिगांपुर के पासपोर्ट ने ली है। इसके अलावा अमेरिका का पासपोर्ट आठवें स्थान पर है। ब्रेक्जिट के बाद यूके की रैकिंग में गिरावट दर्ज की गई है। अब ये चौथे स्थान पर आ गया है।
अफगानिस्तान का पासपोर्ट विश्व का सबसे कमजोर पासपोर्ट है। इसके बाद इराक और सीरिया का नंबर है। इसके अलावा पाकिस्तान का पासपोर्ट विश्व का चौथा सबसे कमजोर पासपोर्ट है। पाकिस्तानी पासपोर्ट के जरिए केवल 33 देशों में वीजा फ्री एंट्री मिलती है।