नई दिल्ली. जब भी कोई क्रिकेट जगत के सबसे बड़ी राइवलरी की बात करता हैं तो उसके ज़हन में भारत बनाम पकिस्तान मैच ( India Pakistan match ) का ही ज़िक्र आता है. दरअसल, यह मैच हमेशा से रहा ही इतना दिलचस्प है. यही वजह है कि क्रिकेट प्रशंसक भी इस मैच ( India-Pakistan match ) का बेसब्री से इंतज़ार करते हैं. कोरोना से पहले जब पूर्ण रूप से स्टेडियम में जाकर मैच देखने की अनुमति होती थी. तब तो आलम और भी देखते ही बनता था. मैच के महीनों पहले ही सारी मैच टिकट्स बिक जाया करती थी. और अगर यह विश्व कप हो तब साल भर पहले से ही मैच टिकट्स का सूखा पड़ जाता था.
साल था 2011, मौका का विश्व कप का तो ज़ाहिर है खेल प्रेमियों की निगाहें मैच पर टिकी हुई थी. ऐसे में भारत पाकिस्तान ( India-Pakistan match ) के बीच वनडे क्रिकेट विश्व कप का सेमीफाइनल मैच होना था. सबकी निगाहें मैच पर अड़ी थी, कोई राष्ट्रीय छुट्टी न होने के बावजूद भी सड़कें खाली थी.
ऐसे में भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के न्योते पर इस्लामाबाद से पाकिस्तानी पीएम यूसुफ़ गिलानी भी आ रहे थे, मैच देखने और मनमोहन से वहीं मुलाक़ात करने. उस दिन हर भारतीय के जेहन में भारत पाकिस्तान के 2007 मैच की यादें थी, जिसमे भारत ने पाक को धूल चटाई थी.
इस मैच को कवर करने हर पत्रकार पहुंचे थे, मौका भारत पाक मैच का तो था ही, साथ ही यह सचिन का आखिरी वर्ल्ड कप था जिस वजह से खेल प्रेमी इस मैच पर निगाहें डाले हुए थे. पाकिस्तानी कप्तान शाहिद अफ़रीदी ने मैच से पहले कहा था, ”मुक़ाबले में हम भी जान लगा देंगे.” शाहिद अफरीदी का यह कहना था कि भारतीयों में और गर्मजोशी आ गई. भारत ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए सचिन के 85 रनों की बदौलत सात विकट खो कर 260 रन बनाए थे. यह एक ऐतिहासिक मैच था, इस मैच में भारतीय गेंदबाज़ों ने भी शानदार प्रदर्शन कर पाकिस्तान ( India-Pakistan match ) को टारगेट से 29 रन पहले ही पविलियन लौटा दिया. ज़हीर, नेहरा, मुनाफ़ पटेल, भज्जी और युवराज ने दो-दो विकेट लिए थे.
क्रिकेट जगत की इस ख़ास राइवलरी में इस बार एक नया रंग घुलता नज़र आ रहा है और वह पाकिस्तानी आतंक का जहाँ, एक और सभी को 24 अक्टूबर को होने वाली सबसे बड़ी राइवलरी का इंतज़ार हैं वहीँ देश के कई राज्यों में इस मैच को रद्द करने की मांग हो रही है.
दरअसल, बीते हफ्ते जम्मू कश्मीर में पकिस्तान की आतंकी कायराना हरकत के चलते भारत के 9 जवान शहीद हो गए थे. वहीँ इसके कुछ दिनों बाद कश्मीर में ही बेगुनाह गोलगप्पे बेचने वाले की पाकिस्तानी आतंकियों ने जान ले ली थी. इसके बाद मृतक के पिता ने यह अपील की थी कि 24 अक्टूबर को भारत को पाकिस्तान के साथ मैच नहीं खेलना चाहिए, इसके बाद से देश भर में इस मैच को रद्द करवाने की मांग उठने लगी थी.
बता दें कि इन दोनों देशों (भारत-पाक) के बीच होने वाले मुकाबले से बड़ा क्रिकेट में कुछ भी नहीं होता. हमेशा से ही भारत और पाकिस्तान किसी भी प्रारूप में खेले, उसकी हाईप सामान्य मैचों की तुलना में आश्चर्यजनक तौर पर अधिक रहती है. एक बार फिर से इस साल विश्व कप में भारतीय क्रिकेट टीम यहां जीत की दावेदार है क्योंकि विश्व कप में भारत का पाकिस्तान के खिलाफ एकदम क्लीन रिकॉर्ड है.
आज तक विश्व कप के दौरान पाकिस्तान भारत पर जीत दर्ज़ नहीं कर पाया है. भारत ने अब तक पांच बार टी20 मुकाबलों में विश्व कप के मंच पर पाकिस्तान को मात दी है वहीँ, इसी प्लेटफॉर्म पर विश्व कप के दौरान 7 बार वनडे में भी पकिस्तान की जमकर धुलाई हो चुकी है.
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