नई दिल्ली. Farm Laws Repel संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन ही संसद के दोनों संदनों से कृषि वापसी बिल पारित हो गया है. कृषि कानून वापसी बिल को पहले लोकसभा में 12 बजे पेश किया गया, जिसे बिना चर्चा के चार मिनट के भीतर पास कर दिया गया. इसपर विपक्ष ने जमकर हंगामा […]
नई दिल्ली. Farm Laws Repel संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन ही संसद के दोनों संदनों से कृषि वापसी बिल पारित हो गया है. कृषि कानून वापसी बिल को पहले लोकसभा में 12 बजे पेश किया गया, जिसे बिना चर्चा के चार मिनट के भीतर पास कर दिया गया. इसपर विपक्ष ने जमकर हंगामा किया लेकिन संसद को मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया. लोकसभा के बाद दोपहर 2 बजे कृषि वापसी बिल को राज्यसभा में पेश किया गया, जहां पर कुछ ही मिनटों में इसे पास कर दिया गया. आपको बता दें संसद के इस शीतकालीन सत्र में सरकार कृषि कानून वापसी बिल के अलावा 36 बिल लेकर आ रही है.
It's an authoritarian decision. We're not heard by anybody. Chairman/Secretariat/Parliamentary Affairs Min didn't hear us. Basis of this action had occurred in the last session & action came in this session. It is unprecedented: CPM MP Elamaram Kareem, one of 12 suspended RS MPs pic.twitter.com/BspVIjoqVP
— ANI (@ANI) November 29, 2021
कृषि कानून वापसी बिल दोनों सदनों से सोमवार को पास हो गए हैं. राष्ट्रपति की मंजूरी मिलने के बाद तीन कृषि कानून खत्म हो जाएंगे। एमएसपी पर गारंटी कानून बनाने की मांग पर सहमति जताते हुए विपक्ष भी इस पर कानून बनाने की मांग पर आज अड़ा रहा। विपक्ष ने लोकसभा के बाहर गांधी प्रतिमा के सामने खड़े होकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और एमएसपी पर तत्काल कानून बनाने की मांग की। विपक्षी नेताओं के हंगामे के मद्देनजर दोनों सदनों को मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
Leaders of Oppn parties unitedly condemn the unwarranted & undemocratic suspension of 12 MPs…Floor leaders of Oppn parties of RS will meet tomorrow to deliberate on future course of action to resist authoritarian decision of Govt & defend Parliamentary democracy:Joint Statement pic.twitter.com/NuvrMsQVDE
— ANI (@ANI) November 29, 2021
कृषि कानूनों के दोनों सदनों में रद्द होने के बावजूद भी किसान आंदोलन खत्म करने के मूड में नहीं है. किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि यह तो होना ही था, लेकिन आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि हम एमएसपी समेत तमाम अन्य मुद्दों पर किसी चर्चा के बिना आंदोलन से नहीं हटेंगे।’ राकेश टिकैत ने कहा आज पारित हुए तीनो कृषि कानूनों का श्रेय शहीद हुए 700 किसानो को जाता हैं.