India News-DV Resarch Exit Poll Result: इंडिया न्यूज- डीवी रिसर्च के एग्जिट पोल के मुताबिक बिहार में एनडीए गठबंधन को 110 से 117 सीटें मिलने का अनुमान है जबकि महागठबंधन को 108 से 123 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है. एग्जिट पोल में अन्य के खाते में भी 10 से 13 सीटें दी गई है जो गेम चेंजर साबित हो सकते हैं क्योंकि एनडीए और महागठबंधन की सीटों में बहुत ज्यादा का अंतर नहीं है. यहां जानिए बिहार में किस मुद्दों पर लोगों ने वोट डाला और किन मुद्दों को सिरे से नकार दिया.
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव में तीसरे चरण का मतदान पूरा हो चुका है और अब बारी है एक्जिट पोल की जिसके आंकड़े बताते है कि बिहार में किसकी सरकार बनने जा रही है. इंडिया न्यूज- डीवी रिसर्च के मुताबिक एनडीए गठबंधन को 110 से 117 सीटें मिलने का अनुमान है जबकि महागठबंधन को 108 से 123 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है. चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी को 4 से 10 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है. अन्य के खाते में 10 से 23 सीटें मिलने का अनुमान है.
महागठंधन में किसको कितनी सीटें?
इडिया न्यूज-डीवी रिसर्च के एग्जिट पोल के मुताबिक महागठबंधन की पार्टियों में आरजेडी को 78 से 85 सीटें मिलने का अनुमान है वहीं कांग्रेस 21 से 27 सीट मिल सकती है. सीपीआई(ML) 6-7 सीटें जीत सकती है वहीं CPI/CPM के खाते में 3-4 सीट जा सकती है. कुल मिलाकर महागठबंधन को 108 से 123 सीटें मिलने का अनुमान है.
बिहार में एनडीए को कितनी सीटें?
इडिया न्यूज-डीवी रिसर्च के एग्जिट पोल के मुताबिक जेडीयू को 28 से 35 सीटें मिलने का अनुमान है जबकि बीजेपी को 72 से 80 सीटें मिल सकती है. मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी को 1 और जीतन राम मांझी की हिंदुस्तान आवामी मोर्चा को भी 1 सीट मिलने का अनुमान जताया गया है. कुल आंकड़ों की बात करें तो एनडीए गठबंधन को 110 से 117 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है.
रोजगार के मुद्दे पर कितना पड़ा वोट?
इडिया न्यूज-डीवी रिसर्च के एग्जिट पोल के मुताबिक बिहार में 41 फीसदी लोगों ने तेजस्वी यादव के 10 लाख रोजगार के वादे पर भरोसा किया. वहीं सिर्फ 26 फीसदी लोगों को एनडीए के 26 फीसदी लोगों को भरोसा हुआ. इनके अलावा दोनों के वादों पर भरोसा ना करने वाले 11 फीसदी लोग हैं जबकि 22 फीसदी लोग इस वादे के ना पक्ष में और ना विपक्ष में कोई फैसला ले सके यानी वो असमंजस की स्थिति में रहे. इडिया न्यूज-डीवी रिसर्च के आंकड़ों के मुताबिक बिहार में 34 फीसदी लोग तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री के तौर पर देखना चाहते हैं.
किन मुद्दों पर बिहार की जनता ने किया वोट?
इडिया न्यूज-डीवी रिसर्च के मुताबिक बिहार में केंद्र सरकार के कामकाज को देखकर 16 फीसदी लोगों ने वोट किया जबकि राज्य सरकार का कामकाज देखकर 9 फीसदी लोगों ने वोट किया. राम मंदिर का मुद्दा बिहार चुनाव में हावी नहीं रहा और सिर्फ 3 फीसदी लोगों ने वोट किया. सीएए/ एनआरसी के मुद्दे पर 2 फीसदी लोगों ने वोट डाला है. कांग्रेस काल के काम को देखकर 18 फीसदी लोगों ने वोट किया है जबकि अन्य मुद्दों पर 52 फीसदी लोगों ने वोट किया है.