September 20, 2024
  • होम
  • भारत ने लॉन्च किया अपना पहला रियूजेबल हाइब्रिड रॉकेट ‘RHUMI- 1, जानें क्यों है खास?

भारत ने लॉन्च किया अपना पहला रियूजेबल हाइब्रिड रॉकेट ‘RHUMI- 1, जानें क्यों है खास?

  • WRITTEN BY: Aprajita Anand
  • LAST UPDATED : August 24, 2024, 12:34 pm IST

नई दिल्ली: भारत ने अपना प्रथम रियूजेबल हाइब्रिड रॉकेट, RHUMI 1 आज यानि (24 अगस्त) चेन्नई के तिरुविदंदई से लॉन्च किया. RHUMI 1 एक सबऑर्बिटल ट्राजेक्टरी में 3 क्यूब उपग्रहों और (50 PICO) उपग्रहों का पेलोड ले जाएगा.

RHUMI का लीडरशिप किसने किया?

मिशन RHUMI का लीडरशिप ISRO सैटेलाइट सेंटर (ISAC) के पूर्व निदेशक ( डॉ. मायलास्वामी अन्नादुराई ) के मार्गदर्शन में, स्पेस ज़ोन के संस्थापक
(आनंद मेगालिंगम) द्वारा किया जा रहा है. RHUMI-1 रॉकेट ऑपरेटिंग कॉस्ट को कम करने के लिए तरल और ठोस ईंधन प्रणोदक सिस्टम दोनों के लाभों को जोड़ता है. RHUMI 1 में कई आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया गया है. इसमें सबसे खास फीचर एडजस्टेबल लॉन्च एंगल है. एडजस्टेबल लॉन्च कोण के लिए धन्यवाद, इसे 0 और 120 डिग्री के बीच कहीं भी सेट किया जा सकता है.

RHUMI- 1 क्यों है खास?

इसमें CO2-ट्रिगर पैराशूट सिस्टम, इको-फ्रेंडली और कॉस्ट इफेक्टिव मैकेनिज्म भी है. इसकी मदद से लांच के बाद रॉकेट के कंपोनेंट्स को सुरक्षित रूप से बरामद किया जा सकता है.रिसर्च वर्क में उपयोग के अलावा, RHUMI 1 का उपयोग कृषि, पर्यावरण निगरानी और डिजास्टर मैनेजमेंट में भी किया जा सकता है. RHUMI सीरीज में 3 मॉडल हैं. ये हाइब्रिड रॉकेट 1 किलोमीटर से लेकर 500 किलोमीटर तक की ऊंचाई तक पहुंच सकते हैं.

1. RHUMI-1 मॉडल

2. RHUMI-2 मॉडल

3. RHUMI-3 मॉडल

स्पेस जोन इंडिया और मार्टिन ग्रुप

स्पेस जोन इंडिया और मार्टिन ग्रुप के बीच यह तीसरा प्रोजेक्ट है. दोनों के बीच साझेदारी 2021 में हुई. इस दौरान उन्होंने 1,200 छात्रों द्वारा विकसित 100 FEMTO उपग्रहों को सफलतापूर्वक लॉन्च किया. इसके बाद 2023 में उन्होंने देश में 2,500 से अधिक छात्रों द्वारा विकसित (150 PICO) satellite research experiment cubes ले जाने वाले उपग्रह लांच व्हीकल के डिजाइन और निर्माण में योगदान दिया।

Also read….

भारत और इंग्लैंड टेस्ट सीरीज का शेड्यूल जारी, अब होगी टीम इंडिया की असली परीक्षा

Assam Gangrape: क्राइम सीने पर ले जाते वक्त तालाब में कूदा आरोपी तफज्जुल इस्लाम, सुबह 4 बजे हुई मौत

Tags

विज्ञापन

शॉर्ट वीडियो

विज्ञापन