नई दिल्लीः भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर अभी अमेरिका दौरे पर है और विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा ले रहे हैं। इसी कड़ी में उन्होंने हडसन इंस्ट्यूट में एक कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि आज हम भारत से पश्चिम की तुलना में भारत के पूर्व में बहुत अधिक व्यापार करते हैं। यहां हमारे प्रमुख व्यापार […]
नई दिल्लीः भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर अभी अमेरिका दौरे पर है और विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा ले रहे हैं। इसी कड़ी में उन्होंने हडसन इंस्ट्यूट में एक कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि आज हम भारत से पश्चिम की तुलना में भारत के पूर्व में बहुत अधिक व्यापार करते हैं। यहां हमारे प्रमुख व्यापार भागीदार और आर्थिक साझेदार हैं।
कनाडा के द्वारा लगाए गए आरोपों पर भी बोलें
भारत-कनाडा विवाद पर विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा, “हां, मैंने अमेरिकी एनएसए जेक सुलिवन और अमेरकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से कनाडा के बारे में बात की। उन्होंने इस पूरी स्थिति पर अपना विचार साझा किया है । मुझे उम्मीद है कि हम दोनों उन बैठकों से बेहतर हासिल करेंगे और आगे बढ़ेंगे। भारत-कनाडा विवाद पर विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा, “कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने शुरूआत में निजी तौर पर और फिर सार्वजनिक रूप से आरोप लगाए। जो वह आरोप लगा रहे थे, वह हमारी नीति के अनूकूल नहीं थी। अगर उनके पास ऐसा कुछ था, अगर उनकी सरकार के पास कुछ भी सबूत था, तो वे चाहते थे कि हम उस पर गौर करें, तो हम इस पर विचार करने के लिए तैयार थे।
विदेश मंत्री ने आगे कहा कि आज हम जिस दुनिया में रह रहे हैं वह काफी हद तक पश्चिमी संरचना है। अब यदि आप विश्व वास्तुकला को देखते है तो पिछले 8 सालों में स्पष्ट रुप से भारी बदलाव आया है। उन्होंने आगे कहा कि भारत गैर पश्चिमी है पर पश्चिम विरोधी नहीं। उन्होंने कार्यक्रम को मोडरेटर जॉन द्वारा एक सवाल के जवाब में कहा कि। आपने कहा कि भारत और अमेरिका ने पहले कभी साथ काम नहीं किया। यह एक बहुत ही विचारधीन अवलोकन है क्योंकि एक – दूसरे के साथ काम करने के समान नहीं है।
आगे उन्होंने कहा कि अतीत में भारत और अमेरिका एक – दूसरे के साथ अच्छा व्यवहार किया है। कभी – कभी पूरी तरह से खुशी से नहीं लेकिन एक- दूसरे के साथ काम करना वास्तव में अज्ञात है। यह एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें हम दोनों ने पिछले कुछ समय से प्रवेश किया है।