नई दिल्ली। आर्थिक संकट से जूझ रहे मालदीव की अकड़ फुस्स हो गई है। मालदीव की मदद के लिए भारत ने हाथ बढ़ाया है। भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने मालदीव के वित्त मंत्रालय द्वारा जारी 50 मिलियन अमेरिकी डॉलर के ट्रेजरी बिल (टी-बिल) खरीदे हैं। यह सब्सक्रिप्शन एक साल की अवधि के लिए है, जो […]
नई दिल्ली। आर्थिक संकट से जूझ रहे मालदीव की अकड़ फुस्स हो गई है। मालदीव की मदद के लिए भारत ने हाथ बढ़ाया है। भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने मालदीव के वित्त मंत्रालय द्वारा जारी 50 मिलियन अमेरिकी डॉलर के ट्रेजरी बिल (टी-बिल) खरीदे हैं। यह सब्सक्रिप्शन एक साल की अवधि के लिए है, जो 19 सितंबर, 2024 से शुरू होगी। ट्रेजरी बिल खरीदने का मतलब है कि एसबीआई मालदीव सरकार को एक निश्चित अवधि के लिए पैसे उधार दे रहा है। भारत से आर्थिक मदद मिलने के बाद मालदीव ने भारत को धन्यवाद बोला है।
भारत द्वारा मिली मदद को लेकर मालदीव के विदेश मंत्री ने मूसा जमीर ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के अकाउंट से एक पोस्ट में लिखा, विदेश मंत्री @DrSJaishankar और भारत सरकार को 50 मिलियन अमेरिकी डॉलर के ट्रेजरी बिल के रोलओवर के साथ मालदीव को महत्वपूर्ण बजटीय सहायता प्रदान करने के लिए हार्दिक आभार। यह उदार भाव मालदीव और भारत के बीच मित्रता के स्थायी बंधन को दर्शाता है।
Sincere gratitude to External Affairs Minister @DrSJaishankar and the Government of #India for extending crucial budgetary support to the Maldives with the rollover of USD 50 million Treasury Bill.
This generous gesture reflects the enduring bonds of friendship between…
— Moosa Zameer (@MoosaZameer) September 19, 2024
भारत सरकार ने मालदीव को यह सहायता उसके अनुरोध के बाद प्रदान की है। इस सहायता के कारण भारत के सबसे बड़े बैंक यानी भारतीय स्टेट बैंक ने मालदीव के वित्त मंत्रालय द्वारा जारी किए गए 50 मिलियन डॉलर के सरकारी ट्रेजरी बिल को 19 सितंबर को उसकी मैच्योरिटी के बाद पुनः सब्सक्राइब कर लिया है और इसकी समय अवधि एक वर्ष के लिए बढ़ा दी है।
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