भारत ने गुलामी के बोझ को अपने सीने से उतार दिया- नौसेना के नए निशान पर पीएम मोदी

पीएम मोदी: कोच्चि। भारतीय नौसेना को आज नया निशान मिल गया है। नौसेना से ब्रिटिश हुकूमत की आखिरी निशानी को भी आज हटा दिया गया। पीएम मोदी ने आज केरल के कोच्चि में भारत के पहले स्वदेशी विमानवाहक पोत विक्रांत को इंडियन नेवी को समर्पित करने के बाद इसका अनावरण किया है। बता दें कि […]

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भारत ने गुलामी के बोझ को अपने सीने से उतार दिया- नौसेना के नए निशान पर पीएम मोदी

Vaibhav Mishra

  • September 2, 2022 1:17 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

पीएम मोदी:

कोच्चि। भारतीय नौसेना को आज नया निशान मिल गया है। नौसेना से ब्रिटिश हुकूमत की आखिरी निशानी को भी आज हटा दिया गया। पीएम मोदी ने आज केरल के कोच्चि में भारत के पहले स्वदेशी विमानवाहक पोत विक्रांत को इंडियन नेवी को समर्पित करने के बाद इसका अनावरण किया है। बता दें कि अब तक भारतीय नौसेना के ध्वज पर सेंट जॉर्ज क्रॉस का झंडा लगा होता है।

गुलामी का बोझ उतार गया

पीएम मोदी ने इस अवसर पर कहा कि आज 2 सितंबर, 2022 की ऐतिहासिक तारीख को भारत ने इतिहास बदलते हुए गुलामी के एक निशान, गुलामी के एक बोझ को अपने सीने से उतार दिया है। आज से भारतीय नौसेना को एक नया ध्वज मिला है।

पहले भी हुआ है बदलाव

बता दें कि भारतीय नौसेना के ध्वज को इससे पहले साल 2001 में केंद्र की अटल बिहारी बाजपेयी की सरकार के समय भी बदला गया था। उस समय सफेद झंडे के बीच में जॉर्ज क्रॉस को हटाकर नौसेना के एंकर को जगह दी गई थी और ऊपरी बाएं कोने पर तिरंगे को बरकार रखा गया था।

2004 में फिर वहीं निशान

गौरतलब है कि साल 2004 में ध्वज या निशान में फिर से बदलाव किया गया और नौसेना के ध्वज में फिर से रेड जॉर्ज क्रॉस को शामिल कर लिया गया। ऐसी शिकायतें आ रही थीं कि नीले रंग के कारण निशान स्पष्ट रूप से दिखाई नहीं दे रहा था। जिसके बाद नए बदलाव में लाल जॉर्ज क्रॉस के बीच में राष्ट्रीय प्रतीक अशोक स्तंभ को शामिल किया गया। फिर इसके बाद साल 2014 में मोदी सरकार ने एक और बदलाव किया। ध्वज में देवनागरी भाषा में राष्ट्रीय प्रतीक के नीचे सत्यमेव जयते लिखा गया।

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