भारत को पैरालंपिक में मिला डबल गोल्ड, आर्चरी में हरविंदर और क्लब थ्रो में धर्मबीर ने रचा इतिहास

नई दिल्ली: पेरिस पैरालिंपिक 2024 के सातवें दिन यानी 4 अगस्त (बुधवार) को भारतीय खिलाड़ियों का दबदबा रहा। हरविंदर सिंह ने पेरिस पैरालिंपिक 2024 में तीरंदाज़ी और धर्मबीर ने क्लब थ्रो में भारत के लिए स्वर्ण पदक जीता। इनवैलिड्स में पुरुषों की व्यक्तिगत रिकर्व ओपन स्पर्धा में भाग लेते हुए, हरविंदर ने फाइनल में पोलैंड […]

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भारत को पैरालंपिक में मिला डबल गोल्ड, आर्चरी में हरविंदर और क्लब थ्रो में धर्मबीर ने रचा इतिहास

Neha Singh

  • September 5, 2024 7:41 am Asia/KolkataIST, Updated 3 months ago

नई दिल्ली: पेरिस पैरालिंपिक 2024 के सातवें दिन यानी 4 अगस्त (बुधवार) को भारतीय खिलाड़ियों का दबदबा रहा। हरविंदर सिंह ने पेरिस पैरालिंपिक 2024 में तीरंदाज़ी और धर्मबीर ने क्लब थ्रो में भारत के लिए स्वर्ण पदक जीता। इनवैलिड्स में पुरुषों की व्यक्तिगत रिकर्व ओपन स्पर्धा में भाग लेते हुए, हरविंदर ने फाइनल में पोलैंड के लुकास सिसजेक को 6-0 से हराकर शीर्ष स्थान हासिल किया।

12 साल का सपना हुआ पूरा

हरविंदर ने कहा, “यह शानदार है, क्योंकि 12 साल पहले जब मैंने तीरंदाजी शुरू की थी, तो यह मेरा सपना था। मैंने अपनी भावनाओं, अपने शरीर और अपनी शूटिंग पर नियंत्रण रखा और इसका परिणाम यह स्वर्ण पदक है।”

33 वर्षीय भारतीय पैरा-तीरंदाज ने जोरदार शुरुआत की, पहला सेट 28-24 से जीतकर दो अंक हासिल किए। दूसरे सेट में लुकास सिसजेक ने बेहतर प्रदर्शन किया, उन्होंने अपने तीन तीरों में से प्रत्येक में नौ अंक हासिल किए। हालांकि, हरविंदर सिंह ने अपने तीसरे शॉट में परफेक्ट 10 अंक हासिल कर 4-0 की बढ़त हासिल की।

क्लब थ्रो में मिला गोल्ड प्लस सिल्वर

धरमबीर ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पुरुष क्लब थ्रो (F51) में स्वर्ण पदक जीता। धरमबीर ने अपने चौथे प्रयास में 34.92 मीटर भाला फेंका। इसी स्पर्धा में भारत के प्रणव सुरमा रजत पदक जीतने में सफल रहे। प्रणव ने अपने पहले प्रयास में 34.59 मीटर भाला फेंका। सर्बिया के जेलफो दिमित्रिजेविक कांस्य पदक जीतने में सफल रहे, जिनका सर्वश्रेष्ठ थ्रो 34.18 मीटर रहा।

धरमबीर की शुरुआत बेहद खराब रही जब उनके पहले चार थ्रो फाउल रहे। लेकिन पांचवें थ्रो में उन्होंने अपना पूरा अनुभव और ताकत लगाई और 34.92 मीटर की दूरी तक थ्रो किया, जो उनकी जीत का आधार बना। इसके बाद उन्होंने आखिरी और छठा थ्रो 31.59 मीटर का किया। मौजूदा पैरालिंपिक खेलों में यह भारत का पांचवां स्वर्ण पदक था। इन दो पदकों के साथ अब भारत के पदकों की संख्या 24 हो गई है। भारत ने अब तक 5 स्वर्ण, 8 रजत और 11 कांस्य पदक जीते हैं।

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