इंफाल : मणिपुर में हिंसा कम होने का नाम नहीं ले रही है आए दिन किसी न किसी जिले से हिंसा की खबर आती रहती है. मणिपुर हिंसा को लेकर विपक्ष संसद में भी लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर है. इसी बीच विपक्षी गठबंधन ‘I.N.D.I.A’ का दल मणिपुर का दौरा करने गया था. दौरा करने […]
इंफाल : मणिपुर में हिंसा कम होने का नाम नहीं ले रही है आए दिन किसी न किसी जिले से हिंसा की खबर आती रहती है. मणिपुर हिंसा को लेकर विपक्ष संसद में भी लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर है. इसी बीच विपक्षी गठबंधन ‘I.N.D.I.A’ का दल मणिपुर का दौरा करने गया था. दौरा करने के बाद इन दल में शामिल नेताओं का बयान सामने आने लगा है. मणिपुर गए ‘I.N.D.I.A’ के दल ने राज्यपाल से भी मुलाकात की. उन्होंने आगे कहा कि इस मसले पर सर्वदलीय बैठक होनी चाहिए. दल में गए सांसदों ने कहा कि हम सरकार पर दबाव डालेंगे कि जल्द ही इसका कोई समाधान निकाले नहीं तो देश के अंदर असुरक्षा का माहौल बन जायेगा.
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी का कहना है राज्यपाल ने सुझाव दिया है कि मणिपुर की स्थिति का समाधान निकालने के लिए सभी को मिलकर काम करना चाहिए। जैसे ही हमें मौका मिलेगा, हम संसद में केंद्र सरकार पर दबाव बनाएंगे और पेश करेंगे।” लोगों द्वारा उठाए गए मुद्दे और केंद्र सरकार और राज्य सरकार की कमियां जो हमने यहां देखीं। हम भारत सरकार से अपील करते हैं कि वह देरी न करें, हमारे अविश्वास प्रस्ताव को स्वीकार करें और मणिपुर मुद्दे पर चर्चा करें। स्थिति बिगड़ रही है और यह राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं को बढ़ा रहा है.
टीएमसी की सांसद सुष्मित देव ने कहा कि मणिपुर की हालत बहुत चिंताजनक है हम राज्यपाल को संयुक्त ज्ञापन सौंपना चाहते है और शांति बनाए रखने की अपील करते है. उन्होंने आगे कहा कि राज्यपाल से कहेंगे कि मणिपुर की हालत को पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को अवगत कराए.
#WATCH | Congress MP Phulodevi Netam, a part of the I.N.D.I.A. delegation that is on a visit to Manipur, says, "…400-500 people are staying in one hall. The State Govt is providing them only daal-chawal, children are not getting anything else to eat the entire day. There is no… pic.twitter.com/9AHqfZgAh2
— ANI (@ANI) July 30, 2023
वहीं कांग्रेस सांसद फूलोदेवी नेताम ने कहा कि हालत इतनी भयावह है कि एक हॉल में 400 से 500 लोग रह रहे है और खाने-पीने की भी व्यवस्था नहीं है. इसी के साथ उनके लिए शौचालय की भी व्यवस्था नहीं है.
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