INDIA-ASEAN Meet: नई दिल्ली। दिल्ली में आयोजित आसियान (ASEAN) के 10 देशों के विदेश मंत्रियों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए भारत के विदेश मंत्री जयशंकर (S Jaishankar) ने कहा कि भारत मजबूत, एकीकृत और समृद्ध ASEAN का पूरी तरह से समर्थन करता है। उन्होंने कहा कि आसियान की इंडो-पैसिफिक (Indo-Pacific) में पूरी तरह से […]
नई दिल्ली। दिल्ली में आयोजित आसियान (ASEAN) के 10 देशों के विदेश मंत्रियों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए भारत के विदेश मंत्री जयशंकर (S Jaishankar) ने कहा कि भारत मजबूत, एकीकृत और समृद्ध ASEAN का पूरी तरह से समर्थन करता है। उन्होंने कहा कि आसियान की इंडो-पैसिफिक (Indo-Pacific) में पूरी तरह से मान्यता प्राप्त एक प्रभावशाली समूह है।
विदेश मंत्री जयशंकर (S Jaishankar) ने बैठक में कोरोना का जिक्र करते हुए कहा कि ये खुशी की बात है कि आज हम दिल्ली में ASEAN-भारत के पहले विदेश मंत्रियों सम्मेलन में व्यक्तिगत रूप से मिल रहे हैं। अभी दुनिया में कोरोना (Corona Virus) का प्रभाव पूरी तरह से कम नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि भू-राजनीतिक समस्याओं के कारण कोरोना महामारी से जूझना आज और कठिन हो गया है।
एस जयशंकर ने कहा कि आसियान (ASEAN) हमेशा से ही क्षेत्रवाद (Regionalism), बहुपक्षवाद (Multilateralism) और वैश्वीकरण (Globalization) के प्रतीक के रूप में खड़ा रहा है। इसने इस क्षेत्र में अपने लिए सफलतापूर्वक एक जगह बनाई है और इंडो-पैसिफिक (Indo-Pacific) में रणनीतिक और आर्थिक आधार विकसित करने के लिए बुनियाद रखी है।
भारतीय विदेश मंत्री (S Jaishankar) ने कहा कि दुनिया के सामने भू-राजनीतिक चुनौतियों और अनिश्चितताओं को देखते हुए आज आसियान की भूमिका शायद पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है। भारत एक मजबूत, एकीकृत और समृद्ध आसियान (ASEAN) का पूरी तरह से समर्थन करता है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने आगे कहा कि एक बेहतर कनेक्टेड भारत और आसियान विकेंद्रीकृत वैश्वीकरण (Globalization) और लचीले तथा विश्वसनीय आपूर्ति तंत्र को बढ़ावा देने में जरूर कामयाब होगा। दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों के संगठन (आसियान) को इस क्षेत्र के सबसे प्रभावशाली समूहों में से एक रूप में जाना जाता है।
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