लखनऊ/नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में तमाम कोशिशों के बावजूद अब इंडिया गठबंधन टूट चुका है। कांग्रेस तथा समाजवादी पार्टी के बीच सीटों पर बात नहीं बन पाई है। जिसके बाद अब समाजवादी पार्टी गठबंधन से अलग होकर चुनाव लड़ेगी। खबरों के मुताबिक, अब दोनों ही पार्टी राज्य की सभी सीटों पर प्रत्याशी उतारेंगी। कांग्रेस मानने […]
लखनऊ/नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में तमाम कोशिशों के बावजूद अब इंडिया गठबंधन टूट चुका है। कांग्रेस तथा समाजवादी पार्टी के बीच सीटों पर बात नहीं बन पाई है। जिसके बाद अब समाजवादी पार्टी गठबंधन से अलग होकर चुनाव लड़ेगी। खबरों के मुताबिक, अब दोनों ही पार्टी राज्य की सभी सीटों पर प्रत्याशी उतारेंगी।
बीते लंबे समय से सपा और कांग्रेस के बीच सीटों को लेकर बातचीत हो रही थी। लेकिन आखिर में दोनों ही पार्टियों के बीच बात नहीं बन पाई। मीडिया में चल रही खबरों की माने तो सपा की तरफ से कांग्रेस को कुल 17 सीटों का ऑफर दिया गया था। लेकिन कांग्रेस 20 से कम सीटों पर किसी भी हाल में मानने को तैयार नहीं थी। इसके लिए कांग्रेस की तरफ से सपा को एक लिस्ट भी दी गई थी।
सपा की तरफ से कांग्रेस को गांधी परिवार की पारंपरिक सीट अमेठी और रायबरेली सीट दी गई थी। वहीं प्रधानमंत्री मोदी के गढ़ वाराणसी और भाजपा के गढ़ गौतम बुद्ध नगर, गाजियाबाद, कानपुर सहित कई सीटें दी गई। सपा की तरफ से दिए गए ऑफर में अमेठी, वाराणसी, अमरोहा, रायबरेली, बागपत, सहारनपुर, गौतम बुद्ध नगर, गाजियाबाद, फतेहपुर सीकरी, हाथरस, बुलंदशहर, झांसी, बाराबंकी, कानपुर, सीतापुर, कैसरगंज और महाराजगंज की सीट शामिल थीं।