Independence Day 2020: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि भारत की संप्रभुता का सम्मान हमारे लिए सर्वोच्च और सर्वोपरि है. उन्होंने कहा कि इस संकल्प को पूरा करने के लिए हमारे वीर जवान क्या कर सकते हैं, देश क्या कर सकता है, ये लद्दाख में दुनिया ने देखा है. उन्होंने आगे कहा कि LOC से लेकर LAC तक, देश की संप्रभुता पर जिस किसी ने आंख उठाई है, देश ने, देश की सेना ने उसका उसी भाषा में जवाब दिया है और आगे भी देगी.
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से देश की जनता को संबोधित करते हुए भारत के वीर जवानों की गौरवगाथा का बखान किया. इस दौरान पीएम मोदी ने बिना चीन का नाम लिए कहा कि हमारे देश के वीर जवान क्या कर सकते हैं, लद्दाख में दुनिया ने देख लिया है. पीएम मोदी ने कहा कि एलओसी से लेकर एलएसी तक, जिस देश ने भी आंख उठाई, भारत के जवानों ने उसका मुंहतोड़ जवाब दिया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि भारत की संप्रभुता का सम्मान हमारे लिए सर्वोच्च और सर्वोपरि है. उन्होंने कहा कि इस संकल्प को पूरा करने के लिए हमारे वीर जवान क्या कर सकते हैं, देश क्या कर सकता है, ये लद्दाख में दुनिया ने देखा है. उन्होंने आगे कहा कि LOC से लेकर LAC तक, देश की संप्रभुता पर जिस किसी ने आंख उठाई है, देश ने, देश की सेना ने उसका उसी भाषा में जवाब दिया है और आगे भी देगी.
पीएम मोदी ने कहा कि आज पड़ोसी सिर्फ वो ही नहीं हैं, जिनसे हमारी भौगोलिक सीमाएं मिलती हैं बल्कि वे भी हैं जिनसे हमारे दिल मिलते हैं. जहां रिश्तों में समरसता होती है, मेल जोल रहता है. हमारे पड़ोसी देशों के साथ, चाहे वो हमसे ज़मीन से जुड़े हों या समंदर से, अपने संबंधों को हम सुरक्षा, विकास और विश्वास की साझेदारी के साथ जोड़ रहे हैं.
पीएम मोदी के भाषण की बड़ी बातें…
भारत के जितने प्रयास शांति और सौहार्द के लिए हैं, उतनी ही प्रतिबद्धता अपनी सुरक्षा के लिए, अपनी सेना को मजबूत करने की है। भारत अब रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता के लिए भी पूरी क्षमता से जुट गया है।
देश की सुरक्षा में हमारे बॉर्डर और कोस्टल इंफ्रास्ट्रक्चर की भी बहुत बड़ी भूमिका है। हिमालय की चोटियां हों या हिंद महासागर के द्वीप, आज देश में रोड और इंटरनेट कनेक्टिविटी का अभूतपूर्व विस्तार हो रहा है, तेज़ गति से विस्तार हो रहा है।
हमारे देश में 1300 से ज्यादा आइलैंड हैं। इनमें से कुछ चुनिंदा आइलैंड को, उनकी भौगोलिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए, देश के विकास में उनके महत्व को ध्यान में रखते हुए, नई विकास योजनाएं शुरू करने पर काम चल रहा है। अगले 1000 दिन में, लक्षद्वीप को भी सबमरीन ऑप्टिकल फाइबर केबल से जोड़ दिया जाएगा:
अब NCC का विस्तार देश के 173 बॉर्डर और कोस्टल डिस्टिक तक सुनिश्चित किया जाएगा। इस अभियान के तहत करीब 1 लाख नए NCC Cadets को विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी। इसमें भी करीब एक तिहाई बेटियों को ये स्पेशल ट्रेनिंग दी जाएगी।