शराब कारोबारी विजय माल्या मनी लॉन्ड्रिंग और भारतीय बैंकों से करोड़ रुपये के कर्ज में धोखाधड़ी कर देश से फरार है. इसको लेकर भारत सरकार की ओर से माल्या के खिलाफ पेश किए गए साक्ष्यों पर लंदन की अदालत सुनवाई कर रही है. भाजपा नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने कहा है कि सरकार मामले पर गंभीर नहीं है.
नई दिल्ली. बैंको का करोड़ों रुपये का कर्ज लेकर विदेश भाग चुके व्यापारी विजय माल्या के प्रत्यर्पण को लेकर भारत सरकार के रवैये पर निशाना साधते हुए भारतीय जनता पार्टी के नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने कहा है कि केंद्र इस मामले को लेकर गंभीर नहीं है. लंदन में गुरुवार को माल्या के प्रत्यर्पण की सुनवाई से पहले ही इस मामले पर ट्वीट कर उन्होंने अपनी नाराजगी जाहिर की. बता दें कि शराब कारोबारी विजय माल्या मनी लॉन्ड्रिंग और भारतीय बैंकों व अन्य वित्तीय संस्थाओं के साथ करीब 9000 करोड़ रुपये के कर्जों में धोखाधड़ी कर भारत से फरार चल रहे हैं और वह आज यहां लंदन की अदालत में प्रत्यर्पण के मामले में पेश किए गए. भारत सरकार की ओर से इस मामले में 62 वर्षीय माल्या के खिलाफ पेश किए गए साक्ष्यों पर लंदन की वेस्टमिनिस्टर मेजिस्ट्रेटी अदालत सुनवाई कर रही है.
गौरतलब है कि लंदन की इस अदालत की जज एमा अर्बुथनॉट इन सबूतों पर अपना फैसला सुनाने के बाद अंतिम जिरह के लिए तारीख तय करेंगी. यानि इसके बाद ही फैसला होगा कि माल्या को भारत में कानूनी कार्यवाही के लिए वहां कि सरकार को सौंपा जाना चाहिए कि नहीं. माल्या कि किंगफिशर एयरलाइन अब बंद हो चुकी है.
It is surprising to learn from friends in London that like Quattrocchi in Malaysia and Argentina, the case against Mallya is being botched up. For example, instead of Cr.PC Section 164 statement of witnesses, one u/s 161 is being submitted !
— Subramanian Swamy (@Swamy39) January 11, 2018
हालांकि भारतीय जनता पार्टी के नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी के बयानों से इससे पहले भी काफी उथल पुथल मच चुकि है. वे कई बार विवादित बयान देते रहते हैं, जिनमें से एक ऐसा बयान भी था जिसमें उन्होंने कहा था कि इस साल दिवाली तक अयोध्या मंदिर का निर्माण शुरु कर दिया जाएगा. जबकि यह मामला अभी तक अदालत में है.
मनी लॉन्ड्रिंग मामला: लंदन में विजय माल्या गिरफ्तार, कुछ ही देर बाद मिली जमानत
पैराडाइज पेपर्स: SEBI के रडार पर भारतीय कंपनियां, जांच का ऐलान