नई दिल्ली। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री एवं तहरीक ए इंसाफ के अध्यक्ष इमरान खान ने चौंकाने वाला बयान दिया है। इस दौरन उन्होने कहा कि, वह चाहते थे मोदी ही प्रधानमंत्री बनें, साथ ही उन्होने कहा कि, वह भारत के साथ संबंध बेहतर करना चाहते थे। लेकिन आरएसएस और कश्मीर के मुद्दे ने सारे नजरिए […]
नई दिल्ली। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री एवं तहरीक ए इंसाफ के अध्यक्ष इमरान खान ने चौंकाने वाला बयान दिया है। इस दौरन उन्होने कहा कि, वह चाहते थे मोदी ही प्रधानमंत्री बनें, साथ ही उन्होने कहा कि, वह भारत के साथ संबंध बेहतर करना चाहते थे। लेकिन आरएसएस और कश्मीर के मुद्दे ने सारे नजरिए को बदल कर रख दिया।
तहरीक ए इंसाफ के अध्यक्ष एवं पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने सोमवार को एक चौंकान वाला बयान दिया है। उन्होने कहा कि, मैं अपने कार्यकाल के दौरान भारत के साथ तनावपूर्ण संबंध को सुधारने की कोशिश कर रहा था। लेकिन मोदी सरकार द्वारा कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करना एवं आरएसएस की विचारधारा इस कार्य में बाधक बन गई।
70 वर्षिय इमरान खान ने यह बात लाहौर स्थित जमां पर्क के निकट अपने आवास पर विदेशी पत्रकारों के एक समूह के बीच कही। उन्होने कहा कि, 2019 में कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने के बाद से उनकी सरकार ने इस मुद्दे को लेकर किसी भी प्रकार की बातचीत पर ध्यान नहीं दिया।
हाल ही में इमरान कान ने कहा है कि, उनके कार्यकाल के दौरान उनके पास बहुत अधिक शक्तियां नहीं थी क्योंकि जनरल बाजवा ही सारे निर्णय ले रहे थे। उन्होने कहा कि, भारत में हो रहे चुनावों में मै चाहता था कि, नरेंद्र मोदी ही जीतें क्योंकि वह ही कश्मीर का मुद्दा हल कर सकते थे। बता दें कि खान ने कहा कि दक्षिणपंथी नेता ही इम मामले का हल निकाल सकता है. मोदी दक्षिणपंथी पार्टी से हैं इसलिए मैं चाहता था कि वह सत्ता पर लौट कर कश्मीर के मुद्दे का हल निकालें।