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Imran Khan praised India : सियासी उठापटक के बीच इमरान खान ने हिंदुस्‍तान को सराहा, बोले- लोक हित में विदेश नीति

Imran Khan praised India  नई दिल्ली, Imran Khan praised India  इमरान खान के खिलाफ उनके कार्यकाल के बीच में ही पकिस्तान में अब सियासी उठापठक शुरू हो चुकी है. जहां उनकी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया जा चुका है. इसी बीच पाक पीएम भारत की विदेश नीतियों को भी सराहते नज़र आये. वजीर-ए-आजम […]

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Imran Khan praised India : सियासी उठापटक के बीच इमरान खान ने हिंदुस्‍तान को सराहा, बोले- लोक हित में विदेश नीति
  • March 20, 2022 8:48 pm Asia/KolkataIST, Updated 3 years ago

Imran Khan praised India 

नई दिल्ली, Imran Khan praised India  इमरान खान के खिलाफ उनके कार्यकाल के बीच में ही पकिस्तान में अब सियासी उठापठक शुरू हो चुकी है. जहां उनकी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया जा चुका है. इसी बीच पाक पीएम भारत की विदेश नीतियों को भी सराहते नज़र आये.

वजीर-ए-आजम इमरान खान ने की तारीफ

पाकिस्तान में मौजूदा सरकार पर खतरा मंडरा रहा है. पकिस्तान के वजीर-ए-आजम इमरान खान की सरकार जल्द ही सत्ता से हाथ धो सकती है. इन संकट के बादलों के बीच ही इमरान खान भारत की विदेश नीतियों की भी जमकर तारीफ करते नज़र आ रहे हैं. जहां उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान की नीतियां आज़ाद है, वहां की विदेश नीति लोगों के हित में है. आगे पाक पीएम बोले, मैं भारत की विदेश नीति की दात देता हूं जो किसी भी दबाव में नहीं है.

विपक्षी पार्टियों पर साधा निशाना

इमरान खान ने आगे पाक विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधते हुए कहा, विपक्ष डाकू है जो हिन्दुस्तान से मिला हुआ है. अपने अविश्वासमत पर वह बोले मैं इस्तीफ़ा दे दूंगा पर किसी के सामने झुकूंगा नहीं. मैं पैसे देकर अपनी सरकार बचाना नहीं चाहता हूं. बता दें कि पकिस्तान में इमरान खान की सरकार का तख्तापलट होने की कगार पर है. जहां इमरान खान की खुद की पार्टी के करीब 12 से अधिक नेता उनके पक्ष में नहीं हैं. उनकी प्रधानमंत्री की गद्दी कभी भी वापस ली जा सकती है. कुल मिलाकर उनकी उलटी गिनती शुरू हो चुकी है.

सांसदों को कारण बताओ नोटिस

पाकिस्तान में अब इमरान खान की पार्टी द्वारा उनके उन सांसदों को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया है जो शनिवार को कथित रूप से दलबदल का भाग रहे थे. नोटिस में इन सांसदों को 26 मार्च तक सपष्टीकरण देने के लिए कहा गया है. साथ ही नोटिस में साफ़ स्पष्टीकरण न देने पर सांसदों को दल-बदलु घोषित नेशनल असेंबली की सदस्यता से अयोग्य ठहराये जाने का भी प्रस्ताव है.

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