नई दिल्ली. रविवार को अमेरिका से लौटने पर प्रधान मंत्री इमरान खान ने कहा कि कश्मीरियों के साथ खड़े लोग जिहाद कर रहे थे और पाकिस्तान कश्मीरियों का समर्थन करेगा भले ही दुनिया न करे. प्रधानमंत्री खान, जिन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने पहले संबोधन में कश्मीर मुद्दे पर ध्यान केंद्रित किया, ने यहां हवाई अड्डे पर अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से कहा कि दुनिया कश्मीरियों के साथ है या नहीं, हम उनके साथ खड़े हैं. उन्होंने कहा, यह (कश्मीरियों के साथ खड़े लोगों का) जिहाद है. हम ऐसा कर रहे हैं क्योंकि हम चाहते हैं कि अल्लाह हमसे खुश रहे. यह एक संघर्ष है और समय अच्छा नहीं होने पर हिम्मत मत हारो. निराश मत होइए क्योंकि कश्मीरी आपकी ओर देख रहे हैं. उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तानी लोग उनके पक्ष में खड़े होते हैं तो कश्मीरियों की जीत होगी.
इमरान खान ने शुक्रवार को यूएनजीए को दिए अपने संबोधन में कश्मीर मुद्दे को उठाया और मांग की कि भारत को कश्मीर में अमानवीय कर्फ्यू हटा देना चाहिए और सभी राजनीतिक कैदियों को रिहा करना चाहिए. जनरल डिबेट के दौरान संयुक्त राष्ट्र के भाषणों के लिए 15 मिनट की सीमा को पार करते हुए, लगभग 50 मिनट तक चले अपने भाषण में इमरान खान ने कश्मीर मुद्दे पर अपने संबोधन का आधा हिस्सा समर्पित किया. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर दो परमाणु-सशस्त्र पड़ोसियों के बीच आमना-सामना होता है, तो परिणाम उनकी सीमाओं से बहुत दूर होंगे. उनकी युद्ध संबंधी बयानबाजी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शांति संदेश के ठीक विपरीत थी. पीएम मोदी ने इमरान खान के कुछ मिनट पहले ही कहा था कि भारत एक ऐसा देश है, जिसने दुनिया को युद्ध नहीं, बल्कि बुद्ध का शांति का संदेश दिया है.
भारत द्वारा जम्मू और कश्मीर की विशेष स्थिति को 5 अगस्त को वापस लेने के बाद पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे का अंतर्राष्ट्रीयकरण करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन नई दिल्ली ने धारा 370 को निरस्त करने के फैसले को आंतरिक मामला होने का दावा किया है. भारत के फैसले से पाकिस्तान की तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आईं, जिसने राजनयिक संबंधों को कम कर दिया और भारतीय राजदूत को निष्कासित कर दिया.
बता दें कि पाक पीएम इमरान खान आज पीओके के भूकंप प्रभावित इलाके मीरपुर का भी दौरा करेंगे. पिछले हफ्ते ज्यादा तीव्रता के भूकंप की वजह से मीरपूर में जान-माल को काफी नुकसान पहुंचा था. इमरान खान पीओके में दो दिन रुकेंगे और वहां के लोगों से बातचीत करेंगे. भूकंप की वजह से पीओके स्थित मीरपुर और पाकिस्तान स्थित पंजाब के झेलम जिले में 40 लोगों की मौत हुई थी और करीब 700 लोग घायल हुए थे. भूकंप में हजारों घर जमींदोज हो गए थे. 140 से ज्यादा स्कूलों और 200 वाहनों को भूकंप की वजह से खासा नुकसान हुआ था.
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