नई दिल्ली। नई दिल्ली में सोमवार को शंघाई सहयोग संगठन की अहम बैठक हो रही है. यह बैठक क्षेत्रीय आतंकवाद रोधी ढांचे (आरएटीएस) को लेकर हो रही है। खास बात यह है कि इस बैठक में पाकिस्तान का तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल भी शामिल हो रहा है। यह बैठक सुबह 9 बजे शुरू हुई है। यह मुलाकात ऐसे समय में हो रही है जब रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध चल रहा है।
एससीओ की ये बैठक 16 से 19 मई तक चलेगी। साल 2020 में भारत और चीन सीमा पर दोनों सेना के जवानों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद भारत में पहली बार इस बैठक का आयोजन किया जा रहा है। इस झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद हुए थे, जबकि कई चीनी सैनिक भी मारे गए थे। इस झड़प की शुरुआत चीन की तरफ से हुई थी।
इस संगठन का सदस्य बनने के बाद पहली बार पाकिस्तान का एक प्रतिनिधिमंडल इसमें हिस्सा लेने के लिए भारत आ रहा है। कोरोना महामारी के चलते चीन का प्रतिनिधिमंडल इस बैठक में शामिल नहीं हो पाएगा। हालांकि इसमें भारत में चीन के दूतावास के अधिकारी शामिल होंगे। आपको बता दें कि भारत और पाकिस्तान के बीच लंबे समय से कोई द्विपक्षीय वार्ता नहीं हुई है।
वर्ष 2021 में, भारत और पाकिस्तान के प्रतिनिधिमंडलों ने पाबी में एससीओ-आरएटीएस बैठक में भाग लिया। सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान का प्रतिनिधिमंडल इसमें हिस्सा लेने के लिए सड़क मार्ग से भारत आया है।