भोपालः मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आठ से 11 दिसंबर तक तीन दिवसीय इज्तिमा का आयोजन किया जाएगा। इसमें पाकिस्तान को छोड़कर 15 राष्ट्रों की जमातें शामिल होंगी। इसके लिए ईंटखेड़ी में करीब 250 एकड़ में लोगों को ठहराने और पार्किंग करने की व्यवस्था की जा रही है। इसके लिए जमीन के समतलीकरण और […]
भोपालः मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आठ से 11 दिसंबर तक तीन दिवसीय इज्तिमा का आयोजन किया जाएगा। इसमें पाकिस्तान को छोड़कर 15 राष्ट्रों की जमातें शामिल होंगी। इसके लिए ईंटखेड़ी में करीब 250 एकड़ में लोगों को ठहराने और पार्किंग करने की व्यवस्था की जा रही है। इसके लिए जमीन के समतलीकरण और टेंट लगाने का काम शुरु हो गया है।
10 लाख से अधिक लोगों के आने की उम्मीद
जानकारी दे दें कि दुनिया के पांच बड़े इस्लामिक आयोजनों में से एक आलमी तब्लीगी इज्तिमा का आयोजन हर वर्ष भोपाल में किया जाता है। इसमें शामिल होने के लिए देश के अलावा अन्य देशों से भी जमातें आती हैं। इस बार पाकिस्तान से आने वाली जमातों पर रोक लगाई गई है। ऐसे में पाकिस्तान को छोड़कर अन्य देशों के जमातें इसमें हिस्सा लेंगे। आयोजकों का अनुमान है कि इस बार इज्तिमा में देश और विदेश के करीब 10 लाख से अधिक लोग हिस्सा लेंगे।
प्लास्टिक के बर्तनों का नहीं होगा प्रयोग
इतने बड़े आयोजन में प्लास्टिक और कागज के बर्तनों का प्रयोग नहीं किया जाएगा। वहीं इज्तिमा को स्वच्छ बनाने के लिए इस बार स्टील और चीनी मिट्टी के बतनों में चाय-नाश्ता और खाना परोसा जाएगा। इससे आयोजन स्थल पर हर साल की तुलना में एक हजार क्विंटल कचरा कम निकलेगा। इसके लिए समिति दस लाख बर्तनों का बैंक बनाने की तैयारी कर चुका है।
परोसे जाएंगे शाकाहारी खाने
73 वर्षों में दूसरी बार ऐसा होगा, जब इज्तिमा में पूर्णत: शाकाहारी व्यंजन परोसा जाएगा। इसके पहले आयोजन समिति ने साल 2019 में यह प्रयास किया था। इससे आयोजन स्थल पर गंदगी कम होगी और लोग भी स्वस्थ रहेंगे। वहीं इज्तिमा आयेाजन स्थल के पास लगने वाला मेला भी इस बार दो किलोमीटर की दूरी पर लगाया जाएगा।
19 प्रकार के कचरे का अलग-अलग निस्तारण
इस बार भोपाल में होने वाला इज्तिमा देश में बड़े कार्यक्रमों के लिए मिसाल बनने जा रहा है। आयोजन स्थल से उत्सर्जित कचरे का 19 अलग-अलग तरह से इकठ्ठा कर इसका वैज्ञानिक निस्तारण किया जाएगा। इसमें प्लास्टिक, पैड, पीवीसी, ग्लास, ग्रेबोर्ड, ईवेस्ट, कागज समेत अन्य कचरा शामिल है।