नई दिल्ली : 21वी सदी में काम करने के तरीके से लेकर पैसे कमाने के जरिये तक सब कुछ बदल गया है. आज लोग घर बैठे लाखों रूपये कमा रहे है. लेकिन इस सब के बीच कुछ बाते ऐसी हैं जिसका आपको हमेशा ध्यान रखना चाहिए। यदि आप शेयर बाजार में इनवेस्ट कर रुपए कमाने […]
नई दिल्ली : 21वी सदी में काम करने के तरीके से लेकर पैसे कमाने के जरिये तक सब कुछ बदल गया है. आज लोग घर बैठे लाखों रूपये कमा रहे है. लेकिन इस सब के बीच कुछ बाते ऐसी हैं जिसका आपको हमेशा ध्यान रखना चाहिए। यदि आप शेयर बाजार में इनवेस्ट कर रुपए कमाने की लालसा में आने वाली फोन कॉल्स पर विश्वास करते हैं, तो सावधान हो जाइए.कहीं ऐसा न हो कि आप साइबर ठगों के झांसे में आकर अपने जीवनभर की गाढ़ी कमाई गंवा दें. हम आपको सावधान इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि यूपी के गोरखपुर में ऐसा ही एक मामला सामने आया है. जहां साइबर ठगों ने शेयर बाजार में रुपए इनवेस्ट कराकर अच्छा फायदा कमाने का लालच देकर एक युवक को 7.6 लाख रुपए का चूना लगा दिया. हालांकि साइबर सेल की तत्परता से युवक के रुपए खाते में वापस करा दिए गए ।
क्या है मामला
दरअसल, गोरखपुर के सहजनवां के नई कालोनी के रहने वाले अभिजीत तिवारी पुत्र राजदेव तिवारी कामर्स से ग्रेजुएट हैं. कॉमर्स फील्ड से होने के कारण उन्हें शेयर बाजार की अच्छी जानकारी है. लेकिन इसके बावजूद भी वे साइबर ठगों का शिकार हो गए. उन्होंने बताया कि उनके मोबाइल पर छह माह पूर्व अनजान युवक की काल आई. कॉल पर व्यक्ति ने बताया कि उनकी एक एडवाइजरी फंड में है, जो शेयर बाजार में रुपए इनवेस्ट कराकर अच्छा लाभ कमवाती है. वो चाहें तो उनके माध्यम से शेयर बाजार में अच्छा खासा फायदा कमा सकते हैं. इसके बदले में कंपनी कुछ कमीशन लेती है । ये सब सुनकर अभिजीत तिवारी पिघल गए और वे इन्वेस्ट करने के लिए तैयार हो गए.
इसके बाद उन्होंने बताया कि पहली बार 35 हजार 500 रुपए इनवेस्ट किये. पहला प्रॉफिट 10,500 रुपए का हुआ. वहीं, एडवाइजर बने साइबर ठग ने बताया कि उनकी फीस 35 हजार रुपए है. इसके बाद अभिजीत ने ठग के अकाउंट में 25 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए. इसके बाद ठग ने अभिजीत को एक और अच्छी स्कीम के बारे में बताया और 50 हजार और फिर दो लाख रुपए और ले लिए. इस सब में अभिजीत को 40 हजार रुपए का फायदा मिला। उस बीच सारा काम अच्छा चल रहा था. लेकिन बाद में अचानक ठग ने काम करवाना बंद कर दिया. उसने कहा कि जो आपका फंड है, जिस 2 लाख से आप ट्रेडिंग करते हैं, उसे आपको ट्रांसफर करना होगा. लेकिन जब अभिजीत ने उसे मना करके आईडी प्रूफ वगैरह मांगा, तो उसने मना कर दिया।
इसके बावजूद अभिजीत ने 2 लाख रुपए जमा कर दिए. ट्रेडिंग एकाउंट का वे 7 लाख 60 हजार 500 रुपए जमा कर चुके थे. इसके बाद जब उन्होंने रिफंड की बात की, तो ठग ने 20 लाख रुपए हवाला के जरिए मांगा, तब अभिजीत को आभास हुआ कि उनके साथ साइबर फ्रॉड हुआ है. इसके बाद वे साइबर थाने गए. यहां से पुलिस का उन्हें पूरा समर्थन मिला और ठग का खाता पुलिस ने तुरंत ब्लॉक करवा दिया. इसके बाद पुलिस ने ठग को पकड़ कर अभिजीत को उसके सारे पैसे लौटा दिए. पुलिस ने आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 419, 420, 66 सी आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया है.
वहीं इस मामले पर साइबर थाने के इंस्पेक्टर उपेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि सहजनवां के रहने वाले अभिजीत तिवारी शेयर मार्केट में काफी दिनों से इनवेस्ट कर रहे थे. उन्होंने बताया कि अभिजीत के पास कॉल आई कि एक युवक किसी कंसल्टेंसी कंपनी से बात कर रहा है. उसने बताया कि उनकी कंपनी शेयर मार्केट में इनवेस्ट करवाती है. पहले अभिजीत ने उससे कम अमाउंट इनवेस्ट करवाया और फिर बाद में बड़ा अमाउंट दिया, तो उसने कॉल करना बंद कर दिया. आरोपी ने कंपनी को मध्य प्रदेश के उज्जैन का बताया था. इस कंपनी का नाम अश्वनी रिसर्च एण्ड कंसल्टेसी के नाम से रजिस्टर्ड है. साइबर थाने के इंस्पेक्टर ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि लोग जितने सचेत रहेंगे, उतना ही फायदा होगा. अधिक लालच में न पड़ें, इससे नुकसान ही होता हैं.
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