Waris Pathan on Eid Namaz: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के नेता वारिस पठान ने एक विवादास्पद बयान देकर फिर से सुर्खियां बटोर ली हैं. बीड की एक मस्जिद में हाल ही में हुए विस्फोट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि अगर मस्जिद में नमाज के लिए जगह नहीं मिली तो वे सड़क पर ही नमाज अदा करेंगे. इस बयान के जरिए उन्होंने न केवल अपनी धार्मिक भावनाओं को व्यक्त किया बल्कि प्रशासन को भी खुली चुनौती दी है.

‘ईद की नमाज घर पर नहीं हो सकती’

वारिस पठान ने अपने बयान में ईद की नमाज की अहमियत पर जोर दिया. उन्होंने कहा, ‘अगर मुझे मस्जिद में जगह नहीं मिली तो यकीन मानिए मैं सड़क पर नमाज़ पढ़ूंगा. ईद की नमाज़ अहम है और इसे घर पर अदा नहीं किया जा सकता.’ उनके इस कथन से साफ है कि वे धार्मिक प्रथाओं को लेकर किसी भी समझौते के मूड में नहीं हैं. पठान का मानना है कि नमाज के लिए जगह की कमी उनके अधिकारों को प्रभावित नहीं कर सकती.

प्रशासन को चुनौती, ‘गिरफ्तार करना चाहें तो करें’

अपने बयान में वारिस पठान ने प्रशासन और पुलिस को भी ललकारा. उन्होंने कहा, ‘मैं सड़क पर नमाज़ पढ़ूंगा. अगर पुलिस प्रशासन कार्रवाई करना चाहता है मामला दर्ज करना चाहता है या मुझे गिरफ्तार करना चाहता है तो वे ऐसा कर सकते हैं.’ यह बयान न केवल उनके दृढ़ संकल्प को दर्शाता है बल्कि कानून-व्यवस्था के मुद्दे को भी सामने लाता है. सड़क पर नमाज पढ़ने की स्थिति में यातायात और सार्वजनिक व्यवस्था पर असर पड़ना तय है जिससे प्रशासन के सामने नई चुनौतियां खड़ी हो सकती हैं.

यह बयान बीड की एक मस्जिद में हुए विस्फोट के बाद आया है जिसने स्थानीय समुदाय में तनाव पैदा कर दिया था. वारिस पठान ने इस घटना को अपने बयान से जोड़ते हुए धार्मिक स्थानों की सुरक्षा और सुविधाओं पर सवाल उठाए. उनके इस रुख से सियासी और सामाजिक बहस छिड़ने की संभावना बढ़ गई है.

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