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PM मोदी अगर बड़ा दिल दिखाकर… मनमोहन के अंतिम संस्कार को लेकर गहलोत ने फिर सरकार को घेरा

अशोक गहलोत ने कहा कि मनमोहन सिंह जी देश के पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं, जिनका अंतिम संस्कार निगमबोध घाट पर हुआ है। बीजेपी सरकार की इस सोच पर पूरे देश में प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है।

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PM Modi-Ashok Gehlot
  • January 1, 2025 1:00 am Asia/KolkataIST, Updated 3 days ago

नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार को लेकर सियासत अभी भी जारी है। कांग्रेस पार्टी लगातार इस मुद्दे पर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमलावर है। इस बीच राजस्थान के पूर्व सीएम और दिग्गज कांग्रेस नेता अशोक गहलोल ने पूर्व पीएम के अंतिम संस्कार को लेकर केंद्र सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा है कि अगर मोदी सरकार मनमोहन सिंह के स्मारक और दाह संस्कार का स्थान पहले ही तय कर देती तो फिर इतना हंगामा नहीं होता।

मजबूर हो गई मोदी सरकार

अशोक गहलोत ने कहा कि मनमोहन सिंह जी देश के पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं, जिनका अंतिम संस्कार निगमबोध घाट पर हुआ है। बीजेपी सरकार की इस सोच पर पूरे देश में प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी ने जब इस मुद्दे को देश के सामने उठाया, तब मजबूरी में सरकार को कहना पड़ा कि हम मनमोहन सिंह के लिए स्मारक बनवाएंगे।

पवन खेड़ा ने दिए 9 सबूत

बता दें कि इससे पहले कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा है कि डॉ. मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार में सरकार की ओर से काफी अव्यवस्था और अनादर हुआ। पवन खेड़ा ने अंतिम संस्कार के दौरान मनमोहन सिंह के अपमान को लेकर 9 सबूत दिए हैं। आइए जानते हैं कि कांग्रेस ने क्या 9 आरोप लगाए हैं…

1- कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि डीडी (दूरदर्शन) ने अंतिम संस्कार के दौरान ज्यादा ध्यान पीएम मोदी और गृह मंत्री शाह पर केंद्रित किया। वहीं, डॉ. सिंह के परिवार को बहुत ही कम दिखाया।

2- इसके साथ ही कांग्रेस ने कहा कि अंतिम संस्कार स्थल पर डॉ. मनमोहन सिंह के परिवार के लिए सिर्फ 3 कुर्सियां ही रखी गईं थीं।

3- कांग्रेस का तीसरा आरोप है कि जब मनमोहन सिंह की पत्नी को राष्ट्रीय ध्वज सौंपा जा रहा था उस वक्त उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। लेकिन पीएम मोदी और बाकी मंत्री उस वक्त खड़े नहीं हुए।

4- कांग्रेस का चौथा आरोप है कि डॉ. मनमोहन सिंह की चिता के आस-पास परिवार को पर्याप्त जगह नहीं मिली। एक तरफ तो पूरी जगह सैनिकों ने ही घेर रखी थी।

5- इसके साथ ही कांग्रेस ने कहा कि आम लोग डॉ. सिंह के अंतिम संस्कार को सही नहीं देख सके। आम लोगों को निगमबोध घाट के अंदर जाने से रोक दिया गया था।

6- कांग्रेस का छठा आरोप है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के काफिले की वजह से मनमोहन सिंह की शव यात्रा में बाधा पहुंची।

7- कांग्रेस ने कहा कि अंतिम संस्कार के दौरान संस्कार की रस्मों को निभाने के दौरान डॉ. मनमोहन सिंह के पोतों को चिता तक जाने में काफी दिक्कतें हुईं।

8- कांग्रेस का 8वां आरोप हैं कि विदेशी राजनयिकों को कही और ही बिठा दिया गया था, जिसकी वजह से वे नजर हीं नहीं आ रहे थे।

9- इसके साथ ही कांग्रेस ने आरोप लगाया कि निगमबोध घाट पर व्यवस्थाएं सही नहीं थीं। शव यात्रा में भाग लेने वाले कई लोग अंतिम स्थल तक पहुंच ही नहीं सके।

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