रांची। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की कुर्सी पर इस वक्त खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। आज उनके राजनीतिक भविष्य पर फैसला होने वाला है। राज्यपाल रमेश बैस सीएम सोरेन की विधानसभा सदस्यता पर फैसला लेंगे। चुनाव आयोग ने खनिज घोटाले में हेमंत की सदस्यता रद्द करने की सिफारिश की है।
रांची के राजनीतिक गलियारों में इस वक्त ये चर्चा भी हो रही है कि अगर हेमंत सोरेन की विधानसभा सदस्यता चली जाती है और उन्हें मुख्यमंत्री पद छोड़ना पड़ता है तो उनकी पत्नी कल्पना सोरेन राज्य की नई मुख्यमंत्री बनाई जा सकती है। कल्पना का नाम अभी पार्टी में सीएम पद की रेस में सबसे आगे आ रहा है। हालांकि उनको राजनीतिक अनुभव नहीं है। लेकिन इसमें कोई दो मत नहीं है कि उनके पति हेमंत सोरेन के राजनीतिक अनुभव का फायदा उन्हें जरूर मिलेगा।
बता दें कि कल्पना सोरेन पेशे से बिजनेसवुमन हैं। वे एक प्राइवेट स्कूल भी चलाती है। कल्पना ओडिशा के मयूरभंज की बिजनेसमैन फैमिली से हैं। उनका जन्म 1976 में हुआ था। उन्होंने अपनी ग्रेजुएशन झारखंड की राजधानी रांची से की है। साल 2006 मे हेमंत सोरेन और कल्पना की शादी हुई थी। उनके दो बच्चे है।
जानकारी के मुताबिक अभी चुनाव आयोग का क्या फैसला है इसकी सूचना मुख्यमंत्री आवास तक नहीं पहुंची है। खबरों के मुताबिक चुनाव आयोग कि सिफारिश को लेकर आज राज्यपाल कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं। आयोग ने सीएम सोरेन को जनप्रतिधि कानून 1951 की धारा 9ए के उल्लंघन का दोषी पाया है, इसीलिए उनकी सदस्यता रद्द करने की सिफारिश की गई है।
गौरतलब है कि, भारतीय जनता पार्टी के एक डेलिगेशन ने फरवरी 2022 में सीएम सोरेन पर आरोप लगाया था कि उन्होंने रांची के अनगड़ा में अपने नाम पर खनन पट्टा लिया है। इसीलिए उनकी विधानसभा सदस्यता रद्द की जाए। ये पूरा मामला मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से जुड़े खनन लीज और शेल कंपनियों में उनकी और उनके करीबियों की हिस्सेदारी से जुड़ा है।
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