चंडीगढ़/नई दिल्ली: हरियाणा में अब कुछ ही घंटों के बाद विधानसभा चुनाव की वोटिंग होने वाली है. इससे पहले 3 अक्टूबर को चुनाव प्रचार का शोर खत्म हो गया. इस चुनाव में बीजेपी, कांग्रेस के साथ ही कई क्षेत्रीय दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंकी. हालांकि सियासी गलियारों में चल रही चर्चाओं की मानें तो […]
चंडीगढ़/नई दिल्ली: हरियाणा में अब कुछ ही घंटों के बाद विधानसभा चुनाव की वोटिंग होने वाली है. इससे पहले 3 अक्टूबर को चुनाव प्रचार का शोर खत्म हो गया. इस चुनाव में बीजेपी, कांग्रेस के साथ ही कई क्षेत्रीय दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंकी. हालांकि सियासी गलियारों में चल रही चर्चाओं की मानें तो मुख्य चुनावी मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच है. इसमें भी कांग्रेस को चुनाव में ज्यादा बढ़त है.
बताया जा रहा है कि चुनाव में कांग्रेस को बढ़त मिलने की संभावना जरूर है, लेकिन उसकी एक लापरवाही सारा खेल बिगाड़ सकती है. दरअसल, कांग्रेस पार्टी के पास पिछले कई सालों से जिला स्तर तक का कोई संगठन नहीं है. कांग्रेस की स्थानीय संगठन की कमजोरी उसे वोटिंग वाले दिन बड़ा नुकसान कर सकती है.
राजनीतिक विश्लेषकों की मानें बीजेपी ने पिछले दो हफ्तों में काफी रिकवर किया है. उसने कई सारी चीजें ठीक की है, जिसकी वजह से उसकी स्थिति कुछ बेहतर हुई है. वहीं कांग्रेस पार्टी अपने पक्ष में मोंमेटम को बनाए रखने के लिए पूरी कोशिश कर रहे है.
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