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IAS Officer Kannan Gopinath Resigns On Kashmir Issue: कश्मीर के हालात से दुखी होकर केरल के IAS कन्नन गोपीनाथ ने छोड़ी नौकरी, बोले- वापस चाहता हूं बोलने की आजादी

IAS Officer Kannan Gopinath Resign On Kashmir Issue: साल 2018 में केरल में आई भयंकर बाढ़ के दौरान अपने शानदार काम को लेकर वाहवाही बटोरने वाले केरल के वर्ष 2012 बैच के आईएएस अधिकारी कन्नन गोपीनाथ ने नौकरी से इस्तीफा दे दिया है. दरअसल कन्नन गोपीनाथ ने एक इंटरव्यू में अपनी नौकरी छोड़ने की वजह कश्मीर के हालात को बताया है. कन्नन गोपीनाथ का कहना है कि जम्मू कश्मीर के विशेष राज्य का दर्जा खत्म कर लाखों लोगों के मूलभूत अधिकार खत्म कर दिए गए हैं. कन्नन गोपीनाथ सेक्रेटरी जैसे कई बड़े पदों की जिम्मेदारी संभाल चुके थे.

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IAS Officer Kannan Gopinath Resign On Kashmir Issue
  • August 25, 2019 2:55 pm Asia/KolkataIST, Updated 5 years ago

केरल. IAS Officer Kannan Gopinath Resign On Kashmir Issue: साल 2018 में केरल में आई भयंकर बाढ़ के दौरान अपने शानदार काम को लेकर वाहवाही बटोरने वाले केरल के वर्ष 2012 बैच के आईएएस अधिकारी कन्नन गोपीनाथ ने नौकरी से इस्तीफा दे दिया है. दरअसल कन्नन गोपीनाथ ने एक इंटरव्यू में अपनी नौकरी छोड़ने की वजह कश्मीर के हालात को बताया है. कन्नन गोपीनाथ का कहना है कि जम्मू कश्मीर के विशेष राज्य का दर्जा खत्म कर लाखों लोगों के मूलभूत अधिकार खत्म कर दिए गए हैं. कन्नन गोपीनाथ सेक्रेटरी जैसे कई बड़े पदों की जिम्मेदारी संभाल चुके थे. केरल बाढ़ के दौरान उनके राहत और बचाव कार्यक्रम को काफी सराहा गया था.

आईएएस अधिकारी कन्नन गोपीनाथ का कहना है कि वह सिविल सर्विस में यह उम्मीद लेकर आए थे कि वह लोगों की आवाज बन सकेंगे जिन्हें बोलने नहीं दिया जाता. लेकिन आज वह खुद अपनी आवाज नहीं उठा पा रहे हैं. 2012 बैचे के केरल के आईएएस अधिकारी कन्नन गोपीनाथ इन दिनों केंद्र शासित प्रदेश दादरा और नागर हवेली में तैनात थे. कन्नन के इस्तीफा देने से पहले पूर्व आईएएस अधिकारी अनिल स्वरूप ने ट्वीट किया हमें अपने इस तरह के अधिकारियों पर बेहद गर्व है.

कन्नन गोपीनाथ ने कहा कि हम अक्सर कहते हैं कि सिस्टम को बदलने के लिए सिस्टम का हिस्सा बनना जरूरी है. मैंने ऐसा करने की बहुत कोशिश की. लेकिन अब मेरे भीतर कोई आशा नहीं बची है कि मैं सिस्टम को सुधार पाऊंगा. लोग जानते हैं कि मैंने उनके लिए क्या किया है. लेकिन वह काफी नहीं है. मेरे पास कोई बचत नहीं है मैं फिलहाल सरकारी आवास में ही रह रहा हूं. मुझे नहीं पता कि मैं कहां जाऊंगा. मेरी पत्नी नौकरी करती है. वह मेरे साथ हर समय खड़ी हुई है. उससे मुझे कुछ अलग करने की हमेशा प्रेरणा मिलती है.

आईएएस कन्नन गोपीनाथ का इस्तीफा मीडिया में सुर्खियां बटोर रहा है. वर्ष 2012 की सिविल सेव परीक्षा में कन्नन गोपीनाथ ने 52वां रैंक हासिल किया था. वर्ष 2018 में केरल में भीषण बाढ़ आने के बाद गोपीनाथ अपने घर पहुंचे थे और गुमनाम तरीके से राहत तथा बचाव कार्य में हिस्सा लिया था. एर्नाकुलम के कलेक्टर मोहम्मद वाई सफिरुल्ला ने एक कलेक्शन सेंटर में उन्हें पहचाना तब उनकी पहचान सबके सामने आई. इसके चलते कन्नन गोपीनाथ की मुसीबत भी बढ़ गई थी. इसको लेकर कन्नन गोपीनाथ को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था. गोपीनाथ ने इस्तीफा देने के बाद कहा कि उन्होंने अभी अपने भविष्य के लिए कोई योजना नहीं बनाई है. अभी मेरा केवल इतना उद्देश्य है, इस सिस्टम को छोड़ना.

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